समेकित मेघासुची जारी होने तक डटे रहेंगे : अभ्यर्थी
इस कड़ाके की ठंड में पिछले 8 दिनों से लगातार आंदोलनरत है पुलिस परीक्षा में उतीर्ण अभ्यर्थी,सुध लेने तक नही पहुँचें है आलाधिकारी।
Ranchi : जिला पुलिस अभ्यार्थिओं द्वारा सोमवार को किया गया भिक्षाटन, भिक्षाटन कर लगभग 1000 रुपये अभ्यर्थियों द्वारा एकत्रित कि गई।ज्ञात हो कि पिछले 8 दिनों से जिला पुलिस अभ्यार्थिओं द्वारा रांची के इस कड़कड़ाती ठंड में खुले आसमान तले मोराबादी मैदान के बापू वाटीका के समक्ष धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से कोई भी आलाधिकारियों द्वारा इनकी सुध लेने तक नहीं आया है, अभ्यर्थियों का कहना है कि इनके पास खाने को कुछ नहीं बचा है, जो भी पैसा घर से लेकर आए थे, सारे पैसे खर्च हो गए, रात में अभ्यर्थियों को भुखा सोना पड़ा और बहुत से अभ्यर्थियों को ठंड लगने के कारण बिमार पड़ रहें है, यही कारण है कि इन लोगों को मजबूरीवश भिक्षाटन करना पड़ रहा है। हेमंत सोरेन सरकार के इतनी बेरुखी को देख कर अभ्यर्थियों के बिच बहुत नाराजगी है। वहीं अभ्यर्थियों का कहना है कि हम हार नहीं मानेंगे, चाहे हमारी जान ही क्यों ना चली जाए।जबतक सरकार हमारी समेकित मेघासुची जारी नहीं कर देती हम यहां से नहीं जाएंगे।
अभ्यर्थियों ने कहा कि झारखंड पुलिस 04/2015 बहाली में कुल सीटो की संख्या 7272 थी जिसमें मात्र 4792 सीट पर ही बहाली 2017 में की गई है। शेष सीटो पर विज्ञापन के कंडिका 7 के अनुसार शेष रिक्त पदों पर एक समेकित मेधा सूची जारी की जानी है जो कि पिछले 3 वर्षो से नही जारी किया गया है इस संदर्भ में अभ्यर्थियों ने पिछले 3 वर्षो से लगातार पक्ष और विपक्ष के सभी नेता,मंत्री और मुख्यमंत्री से मिलकर सबको ज्ञापन दे, 2nd लिस्ट जारी करने का आग्रह करते रहे, लेकिन सभी ने सिर्फ आश्वासन ही दिया मजबूरन सभी सफल अभियर्थियों को 30 नवंबर से राँची के मोरहाबादी मैदान में इस कड़ाके की ठंड में अनिश्चितकालीन धरना पर एक तिरपाल के नीचे बैठने को मजबूर होना पड़ रहा है जबकि अभ्यर्थियों द्वारा नियुक्ति की सभी प्रकिया को पार कर चुके है और सभी का सभी दस्तावेज की जांच भी jssc द्वारा करा लिया गया है, इसमें जितने भी अभ्यर्थी बचे हुए हैं सबकी उम्र सीमा समाप्त हो चुकी है।इसी संबंध में सारे सफल अभ्यर्थियों ने सोमवार को लगातार 8 वे दिन धरना के साथ -साथ भिक्षाटन कर अपना विरोध व्यक्त कर सरकार तक अपनी माँग को पहुंचाने का काम किया।