एक करोड़ रुपये के इनामी माओवादी प्रशांत बोस उर्फ किशन दा उर्फ मनीष उर्फ बुढ़ा के झारखंड पुलिस की गिरफ्त में आ जानी की खबर है। एक करोड़ का इनामी पोलित ब्यूरो सदस्य किशन दा उर्फ प्रशांत दा उर्फ मनीष को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके साथ उनकी पत्नी शीला मरांडी को भी गिरफ्तार किया गया है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नही हुई है. सूत्रों के अनुसार, किशन दा पारसनाथ से वापस लौटने के क्रम में कांड्रा चौका मार्ग पर सरायकेला पुलिस द्वारा धर दबोचे गए. एक करोड़ के जिस इनामी नक्सल लीडर प्रशांत बोस उर्फ किशन दा के पीछे झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा सहित कई राज्यों की पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां चार दशकों से भी ज्यादा वक्त से लगी थीं, अब उसकी गिरफ्तारी की खबर है. किशन दा उर्फ प्रशांत बोस झारखंड, ओड़िशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र में सक्रिय रहे हैं. उन पर बिहार छोड़ कर सभी राज्यों ने इनाम घोषित कर रखा था. दोनों को रांची ले जाकर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है. पारसनाथ से सारंडा तक प्रशांत बोस को माओवादी कैडर कई नाम से जानते हैं. संगठन में उन्हें किशन दा उर्फ मनीष उर्फ बूढ़ा का नाम मिला है. उसी तरह मिसिर बेसरा का नामकरण सुर्निमल उर्फ भास्कर किया गया है. भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो में प्रशांत बोस एवं मिहिर बेसरा को जगह दी गयी है.