कोल वाहन ने मोटरसाइकिल सवार को रौंदा, जिससे हुई एक की मौत दूसरा रेफर

Frontline News Desk
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कोल वाहन ने मोटरसाइकिल सवार को रौंदा, जिससे हुई एक की मौत दूसरा रेफर

 

रिपोर्ट : शशि पाठक, चतरा 

 

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टंडवा (चतरा) :  कोल वाहनों के परिचालन को लेकर जारी तमाम प्रशासनिक दिशा-निर्देशों की टंडवा में धज्जियां उड़ाते हुवे इन दिनों सार्वजनिक सड़कों से दिन- रात कोयले की हो रही ढुलाई के कारण बड़े पैमाने पर सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को टंडवा -पिपरवार सड़क किनारे स्थित मंडेर में पीएनएम नामक कंपनी के अनियंत्रित कोल वाहन ने रांची स्थित हिंदपीढ़ी के रहने वाले दो युवक को कुचल दिया। जबकि कुछ लोगों का ये भी कहना है कि घटना को अंजाम देने वाला वाहन मगध से मोनेट जा रहा था। बताया गया कि उक्त घटना सामानों का आर्डर लेने बाईक से मो. कलीम तथा मो. सद्दाम को टंडवा आने के दौरान घटी जहां उन्हें चपेट में लेकर कोलवाहन फरार हो गया। वहीं हादसे में मो. सद्दाम की मौत हो जाने की भी सूचना है।जबकि दूसरे गंभीर रूप से घायल को रांची के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने पीछे से आ रहे कोल वाहनों को रोककर दिन में कोल ट्रांसपोर्टिंग बंद करते हुवे समुचित की मांग करने लगे। बहरहाल, पुलिस पूरे मामले के छानबीन में जुटी हुई है।

ट्रांसपोर्टिंग कंपनियों द्वारा तमाम प्रशासनिक आदेशों को दिखाया जा रहा है ठेंगा

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आपको बता दें, पिछले दिनों 9 जुलाई को अनुमंडल स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की हुई बैठक के बाद ना जाने क्यों दिन- रात कोल वाहनों के परिचालन के लिए हरी झंडी दिखा दी गई। जिससे सड़क दुर्घटनाओं में काफी वृद्धि होने से भारी जानमाल की क्षति हो रही है।जबकि, उक्त बैठक से पूर्व एसडीएम सिमरिया ने पत्रांक 499 दिनांक 1 जुलाई व पत्रांक 659 दिनांक 6 जुलाई को सीसीएल प्रबंधन समेत अन्य को पत्र लिखकर नो एंट्री का सख्ती से अनुपालन करते हुवे परियोजना क्षेत्रों में हीं कोल वाहनों का ठहराव कराने के सख्त निर्देश दिये थे। जिसपर सीसीएल अधिकारी ने सभी ट्रांसपोर्टरों को पत्रांक 393 दिनांक 07 जुलाई के माध्यम से सूचना भी जारी की गई थी जो अब केवल हांथी का दांत बनकर रह गया है।जारी प्रशासनिक आदेश और उसकी शिथिलता से अब लोगों में तरह- तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं। सूत्रों की मानें तो शुरुआती कड़े तेवर दिखाकर ट्रांसपोर्टरों से अधिकारी केवल अपना ताल्लुकात बढ़ाते हैं।यही वजह है कि परिवहन अधिकारी समेत अन्य अब उनपर खाशे मेहरबानी करने लगे हैं।

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