संविधान अनुसूचित जातियां और अनुसूचित जनजातियाँ आदेश संशोधन विधेयक पारित करने की मांग
भोगता समुदाय को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग
रांची: खरवार भोगता समाज विकास संघ केंद्रीय समिति द्वारा राजभवन रांची के समक्ष धरना का आयोजन किया गया है।इस महाधरना में केंद्रीय अध्यक्ष दर्शन गंझू ,सरंक्षक यौधेश्वर सिंह भोगता ,झलकु गंझू,कोलेश्वर गंझू,रामदेव सिंह भोगता,रमन सिंह भोगता, तारामणि देवी आदि उपस्थित थे।केंद्रीय अध्यक्ष दर्शन गंझू ने संबोधित करते हुए कहा कि यह महाधरना संविधान अनुसूचित जातियॉ और अनुसूचित जनजातियां आदेश संशोधन विधेयक 2020 को लोकसभा के शीतकालीन सत्र 2021 में अविलंब दोनो सदनों में पारित करवाने हेतु राजभवन रांची के समक्ष एकदिवसीय धरना किया गया।अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने के लिए वर्षों से खरवार भोगता समाज काफी संघर्ष कर रहा है।खरवार की सभी उपजातियों को अनुसूचित जनजाति में शामिल करना होगा अन्यथा आने वाले समय में समाज के लोग झारखंड से लेकर दिल्ली तक आंदोलन करेंगे और जरूरत पड़ी तो आर्थिक नाकेबंदी भी किया जाएगा। धरना को कामेश्वर भोगता,राजेन्द्र भोगता ,प्रेम गंझू विजय कुमार भोगता सोहन भोगता,घुंशी सिंह, हीरालाल भोगता, अदालत देशवाली,बिगन सिंह भोगता,रतिया गंझू परमेश्वर सिंह भोगता,प्रदीप गंझू ,कृष्णा प्रधान,सिकंदर खरवार,तारामणि देवी,कलावती देवी,रीतिका भोगता,भरतप्रधान ,महेंद्रभोगता,बालदेव गंझू,भोलाप्रधान ,कजरूगंझू ,रामलखन गंझू,झलकु गंझू,रामदेव सिंह भोगता,यौधेश्वर सिंह भोगता ने भी संबोधित किया।कार्यक्रम का संचालन उमेश सिंह भोगता ने किया।धरना के बाद राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा गया।इस मौके पर बाबूलाल गंझू,अमृत भोगता, आरएन प्रधान, प्रभाकर गंझू,धनेशर गंझू,बंधन गंझू,छोटू सिंह भोगता, परमेश्वर भोगता, हर्षनाथ भोगता संजय प्रधान, प्रकाश भोगता, नरेश गंझू सहित रांची, खूंटी, गुमला,लातेहार, चतरा, हजारीबाग, रामगढ़,धनबाद, बोकारो, सिमडेगा, कोलेबिरा विभिन्न जिलों से हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।