घर से गुस्सा कर जा रही  नबालिग को आरपीएफ  मेरी सहेली टीम ने पकड़, परिजनों को सौंपा

Frontline News Desk
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घर से गुस्सा कर जा रही  नबालिग को आरपीएफ  मेरी सहेली टीम ने पकड़, परिजनों को सौंपा

 

 

 

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Ranchi : आरपीएफ की मेरी सहेली टीम ने ट्रेन नंबर 02803 हटिया हावड़ा स्पेशल ट्रेन में मुरी रेलवे स्टेशन पर एक किशोरी को पकड़कर उसके माता-पिता के हवाले कर दिया है। यह किशोरी अपने घर रांची के खेलगांव के पावन टोली से बिना माता-पिता को बताए घर से भाग गई थी, और हावड़ा जा रही थी। उसने बताया कि वह घर से नाराज होकर हावड़ा जा रही थी।किशोरी ने आरपीएफ को बताया कि मां की डांट सुनने के बाद वह घर से निकली थी। ट्रेन पर जांच कर रही आरपीएफ की माई सहेली टीम की महिला जवानों ने अकेली किशोरी को देखा तो वह डरी सहमी बैठी हुई थी। उससे पूछताछ की गई। इसके बाद उसे मुरी रेलवे स्टेशन पर उतार लिया गया और परिजनों का पता और फोन नंबर जानने के बाद उन्हें फोन कर इसकी सूचना दी गई। किशोरी के माता-पिता मुरी रेलवे स्टेशन पहुंचे और किशोरी को लेकर अपने घर चले गए।दूसरी तरफ, आरपीएफ की टीम ने ट्रेन नंबर 08625 पूर्णिया कोर्ट हटिया स्पेशल ट्रेन में सफर कर रहे बिहार के अरवल के अभिरंजन कुमार के दस्तावेज तलाश करने के बाद उन्हें वापस कर दिया है। अभिरंजन के यह दस्तावेज ट्रेन में छूट गए थे। अभिरंजन रांची रेलवे स्टेशन पर उतर गए थे। बाद में उन्होंने इसकी सूचना आरपीएफ हटिया को दी थी। आरपीएफ के अधिकारियों ने फौरन आगे की कार्रवाई शुरू की और अभिरंजन को बुलाकर उन्हें दस्तावेज सौंप दिए।इसी तरह, आरपीएफ के हटिया पोस्ट के जवानों ने गिरिडीह के बेंगाबाद के रहने वाले सुनील कुमार दास का बैग उन्हें सौंप दिया है। सुनील कुमार दास का यह बैग ट्रेन नंबर 08620 दुमका रांची स्पेशल ट्रेन के बी वन कोच में छूट गया था। सुनील कुमार रांची स्टेशन पर उतर गए थे। बाद में उन्होंने इसकी सूचना आरपीएफ को दी थी। आरपीएफ ने बैग की तलाश करने के बाद सुनील कुमार दास को बैग वापस किया। सुनील कुमार दास ने आरपीएफ की सेवा की सराहना की है।उन्होंने कहा कि आरपीएफ ने इस तरह की सेवा शुरू कर यात्रियों के लिए एक अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि इससे पहले यात्रियों की कीमती चीजें और दस्तावेज ट्रेन में छूट जाते थे। लेकिन इन्हें यात्रियों के लिए वापस पाना काफी मुश्किल होता था। ट्रेनों की सफाई करने वाले कर्मचारियों के हाथ यह दस्तावेज लग जाते थे। या कोई अन्य व्यक्ति ने उठा ले जाता था। ऐसे में यात्रियों को काफी नुकसान झेलना पड़ता था। मगर अब आरपीएफ के आगे आने से यात्रियों के लिए काफी सुविधा हो गई है। गौरतलब है कि आरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि इस महीने तकरीबन 25 यात्रियों को उनका सामान बैग, मोबाइल और अन्य कीमती सामान वापस किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि उनका यह अभियान लगातार जारी रहेगा। ताकि यात्रियों को किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो।

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