नही रहे टुंडी के पूर्व विधायक डॉ सबा अहमद, कोयलांचल में छाई शोक की लहर
इलाज के दौरान दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में ली अंतिम सांसे
धनबाद : टुंडी के पूर्व विधायक और एकीकृत बिहार सरकार में मंत्री रहे झारखंड के दिग्गज राजनेता डॉ सबा अहमद का शनिवार की सुबह निधन हो गया। 82 वर्षीय सबा अहमद ने नई दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में इलाज के दौरान सुबह पांच बजे आखिरी सांस ली। लंबे समय से बीमार चल रहे डॉ अहमद को पिछले दिनों इलाज के लिए दिल्ली ले जाया गया था। परिजनों के अनुसार, रविवार को उनका शव गिरिडीह के पचंबा स्थित उनके निवास स्थान पर लाया जाएगा। यहीं शव को सुपुर्दे खाक किया जाएगा। डॉ सबा के निधन से कोयलांचल में शोक की लहर व्याप्त हो गई। टुंडी के वर्तमान विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए,दुख की इस घड़ी में ईश्वर से परिजनों को शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
झारखंड बिहार की राजनीति में लंबे समय तक रहे सक्रिय
बताते है कि डॉ सबा झारखंड-बिहार की राजनीति में लंबे समय तक सक्रिय रहे। भाजपा में विलय से पहले तक वह झारखंड विकास मोर्चा के प्रमुख नेता रहे । झाविमो के भाजपा में विलय के बाद पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष रहे डॉ सबा ने अपने लिए नए राजनीतिक विकल्प तलाशने शुरू किए, पर कोरोनाकाल में उनकी सेहत लगातार गिरती चली गई और फिर उन्होंने सक्रिय राजनीति से किनारा कर लिया। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद उनके समर्थक लगातार उनके बेहतर स्वास्थ्य की दुआ मांग रहे थे।
लालू और राबड़ी सरकार में शिक्षा और कारा मंत्री रह चुके डॉ सबा
डॉक्टर सबा अहमद अविभाजित बिहार के समय पहले लालू प्रसाद यादव और फिर राबड़ी सरकार में मंत्री रहे। संयुक्त बिहार में वह उच्च शिक्षा एवं कारा मंत्री रहे। झारखंड विधानसभा उपाध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष की भी कुर्सी संभाल चुके थे। उन्होंने अपना राजनीतिक कैरियर झामुमो से शुरू किया था। उनके पिता डाॅक्टर आइ अहमद गिरिडीह से कांग्रेस के सांसद रह चुके थे। इनके बड़े भाई डाॅ. सरफराज अहमद फिलहाल गांडेय से झामुमो विधायक हैं। वे बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। खुद सबा अहमद ने तीन बार टुंडी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। टुंडी जैसी सीट से वह राजद के टिकट पर भी चुनाव जीते थे।