पैरेंट्स टीचर मीट कम पैरेंट्स ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन
Ranchi : अरगोड़ा-कटहल मोड़ स्थित सेंट माइकल्स पब्लिक स्कूल, न्यू अशोक नगर, रांची में पैरेंट्स टीचर मीट कम पैरेंट्स ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया तथा सभी अभिभावकों व विद्यार्थियों का स्वागत माथे पर तिलक लगाकर किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अभिभावकों, विद्यार्थियों एवम अध्यापकों को न्यू एजुकेशन पॉलिसी से संबंधित विद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियां व परीक्षा से संबंधित नीतियों से अवगत कराना था।
इस दौरान अभिभावकों ने अपने बच्चों के नए शैक्षणिक सत्र में होने वाले विभिन्न एक्टिविटीज की जानकारी ली। इस कार्यक्रम के दरम्यान विद्यालय के निदेशक डॉ० दीपक कुमार सिन्हा, रमाकांत प्रसाद, सुषमा सिन्हा, विद्यालय प्राचार्य श्रावणी पांडे, उप प्राचार्य अक्षय कुमार सिन्हा ने अभिभावकों को बच्चों के पढ़ाई के साथ-साथ मानसिक और शारीरिक विकास के बारे में अभिभावकों से चर्चा की। सभी अभिभावकों ने इस ओरिएंटेशन प्रोग्राम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी उपस्थिति दर्ज करके अपने बच्चों के विकास के प्रति अपनी रूचि दिखाई। इस मंच के माध्यम से अभिभावकों ने अपनी अपनी राय, सजेशन एवम समय समय पर होने वाली परेशानी को विद्यालय प्रबंधन के समक्ष रखा। आज के प्रक्षेप्य में एक विद्यार्थी को पढ़ाई के साथ-साथ समाज एवम राष्ट्र हित के कार्यों में भी विशेष रुचि लेना कितना आवश्यक है इस बारे में विद्यालय निदेशक रमाकांत प्रसाद ने अपना मंतव्य व्यक्त किया। निदेशक डॉ० दीपक कुमार सिन्हा ने भी अभिभावकों और बच्चों को संबोधित करते हुए बताया कि बच्चों में वैसे ही संस्कार पोषित होते हैं जो हम उन्हें कह कर नहीं करके दिखाते हैं। अनुशासन एक व्यक्ति को पूर्ण रूप से पोषित करता है। पढ़ाई के साथ-साथ, खेलकूद एवम विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने से एक बच्चे का मानसिक और शारीरिक विकास होता है। उन्होंने विद्यालय में अनुशासन, पढ़ाई के साथ साथ छात्रों की अन्य गतिविधियों के लिए अभिभावकों से निवेदन किया और उन्हें आश्वासन दिया कि वह बच्चों को हर प्रकार की गतिविधियों में भाग लेने की प्रेरणा दे, उत्साहित करें। ऐसा करने से ही बच्चों का पूर्ण रूप से सर्वांगीण विकास हो पाएगा।
विद्यालय प्राचार्या श्रीमती श्रावणी पांडे ने बच्चों के एकेडमिक सेशन के दरम्यान क्लास टेस्ट, पेरीओडिक टेस्ट में बच्चों को किस तरीके का अभ्यास होना चाहिए इस पर चर्चा की। उन्होंने बताया की एक विद्यालय अभिवावकों और शिक्षकों के आपसी तालमेल और सहयोग से चलता है। अंत में बच्चों के अच्छे और सुनहरे भविष्य की कामनाएं की ।