पोषण जागरूकता अभियान का शुभारंभ,उपायुक्त ने पोषण जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना।
पौष्टिक आहार और उचित पोषण के प्रति लोगों को किया जाएगा जागरूक,राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत 30 सितंबर 2020 अभियान,जिला के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को पोषण के प्रति किया जाएगा जागरूक
रांची : जिला के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को पोषण से संबंधित जानकारी दी जायेगी। राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत रांची जिला में पोषण अभियान की शुरुआत कर दी गयी है। सोमवार 07 सितंबर 2020 को उपायुक्त छवि रंजन ने समाहरणालय परिसर से पोषण जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
जागरूकता रथ के माध्यम से रांची जिला के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को उचित पोषण के बारे में जानकारी दी जायेगी। लोगों को पोषण अभियान के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पोस्टर, पम्पलेट, हैंडबिल के माध्यम से जागरुक किया जायेगा।
पौष्टिक आहार और उचित पोषण के प्रति जागरूकता के लिए अभियान : उपायुक्त
जागरुकता रथ को रवाना करने के बाद उपायुक्त छवि रंजन ने बताया कि सितंबर महीने को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। पौष्टिक आहार और उचित पोषण के प्रति जागरूकता के लिए इस अभियान में सबकी भागीदारी अपेक्षित है। इस अभियान को सफल बनाने के लिये जिला अंतर्गत सभी प्रखंडो में स्वास्थ्य सहियाओं एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इस माह में हर व्यक्ति, संस्थान और प्रतिनिधि से यह आशा है कि कि वे अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रांची जिला को कुपोषण मुक्त बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुमन सिंह ने बताया कि गर्भवती महिलाएं, धात्री महिलाएं, बच्चे एवं किशोरियों को पोषक आहार के रूप में क्या-क्या लेना चाहिए इसके बारे में अभियान के तहत विस्तृत जानकारी दी जायेगी। उन्होंने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए पंचायत प्रतिनिधि, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आदि को अपनी भूमिका से अवगत कराया गया है। आंगनबाड़ी सेविका गर्भवती महिलाओं का गोद भराई रस्म कोरोना महामारी को देखते हुए उनके घर जाकर करेंगी। साथ ही बच्चों का वजन जांच कर, कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर कुपोषण उपचार केन्द्र में भेजेंगी। सभी को पौष्टिक आहार लेने की सलाह भी दी जायेगी।
पूरे सितंबर महीने तक चलने वाले पोषण अभियान की थीम पोषण के पांच सूत्रों पर आधारित है, जो निम्न है:-
- जीवन के प्रथम 1000 दिन
- पौष्टिक आहार
- एनीमिया की रोकथाम
- डायरिया से बचाव
- स्वच्छता और साफ सफाई