फेडरेशन ने किया, परीक्षा स्थगित करने की मांग

Vijay Kumar Mishra
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फेडरेशन ने किया, परीक्षा स्थगित करने की मांग।

Ranchi : राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा, संयुक्त प्रवेश परीक्षा ,रांची यूनिवर्सिटी द्वारा ऑफलाइन परीक्षा और अन्य कोई भी ऑफलाइन परीक्षा वर्तमान समय में लेने के विरोध में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन झारखंड राज्य परिषद की ओर से प्रदर्शन किया गया. यह प्रदर्शन मोराबादी स्थित बापू वाटिका के समक्ष किया गया. परिषद के प्रदेश अध्यक्ष मेहुल मृगेंद्र ने कहा कि देश में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा, संयुक्त प्रवेश परीक्षा, रांची यूनिवर्सिटी द्वारा ऑफलाइन परीक्षा और अन्य कोई भी ऑफलाइन परीक्षा वर्तमान समय में लेने का ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन झारखंड राज्य परिषद विरोध करती हैं। परिषद केन्द्र और राज्य सरकार से देश में बढ़ते COVID-19 मामलों में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) और अन्य किसी भी प्रकार की ऑफलाइन परीक्षा स्थगित करने का आग्रह करती है। जब COVID -19 के मामले रोज बढ़ रहे हैं, कक्षाएं ऑनलाइन हो रही हैं और हमारे देश में एक महामारी के दौरान चिकित्सीय आपातकाल है. सरकार परीक्षा केंद्र पर जाकर छात्रों से परीक्षाओं का जवाब देने की उम्मीद नहीं कर सकती है ।

बीमारी से निपटने में नाकाम सरकार
मेहुल मृगेंद्र ने कहा कि इस महामारी से निपटने में सरकार पूरी तरह नाकाम साबित हुई है. यहां तक कि देश के गृह मंत्री तक अपने आपको कोरोना से नहीं बचा पाए। देश के कई वीवीआईपी मंत्री और नामचीन हस्तियां जो कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और सरकार द्वारा जारी किए गए दिशनिर्देशों के अनुसार रहती है उनमें से कई लोग आज कोरॉना से ग्रसित हैं l ऐसी स्थिति में छात्रों के पास अनेक सवाल उठ खड़े हो गए हैं। एक जगह से दूसरी जगह आने जाने के लिए यातायात की सुविधाएं बंद है। ऐसी स्थिति में छात्र लोग परीक्षा केंद्र तक कैसे आएंगे। सरकार और विश्वविद्यालय की ओर से क्या व्यवस्था है. बस ,ट्रेन नहीं चलने के कारण उनका परीक्षा दे पाना असंभव है. सभी कॉलेज प्रशासन द्वारा परीक्षा आयोजित करने के लिए उपयुक्त सैनिटाइजेशन, शारीरिक दूरी पालन करने के लिए कर्मचारी एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारियों की संख्या उपलब्ध भी नहीं है. ऐसे समय में सभी परिक्षाआें काे ततकाल रद्द कर देना चाहिए. अध्यक्ष ने कहा कि NEET और JEE के विद्यार्थी आम तौर पर 18 वर्ष से कम उम्र के हैं और देश का भविष्य हैं। परीक्षाओं का जवाब देने के लिए कहना पूरे देश को स्वास्थ्य जोखिम में डाल देगा। यह बीमारी किसी का चेहरा देख कर नहीं आती है l ऐसे समय में छात्रों के स्वास्थ और जीवन के साथ प्रयोग करना बिल्कुल ग़लत है। हल्की सी चूक से कई लोग इस बीमारी से ग्रसित हो सकते है। इस दौरान अगर संक्रमण फैलता है और किसी की जान चली जाती है प्रशासनिक लापरवाहीं की वजह से। विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से मोहित सिंह , अनिकेत चौधरी, रूपेश ठाकुर , आकाश प्रियदर्शी , सांतनु कुमार , अमित कुमार और आदित्य राज उपस्थित थे।

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