बुढ़मू में वनों की अंधाधुंध कटाई , माफिया हो रहे है मालामाल
एक दर्जन से अधिक माफिया है सक्रिय
बुढ़मू : बुढ़मू वन क्षेत्र मे धड़ल्ले से वनों की कटाई जारी है ।जानकारी के अनुसार मक्का उमेदंडा,मुरुपिरि, कोटारी सहित अन्य वन क्षेत्र से सखुआ,सागवान,महुआ,,आम, गम्हार ,जैसे बेसकीमती वृक्षों की अंधाधुंध कटाई कर माफियाओं द्वारा तस्करी की जा रही है।
, सूत्रों की माने तो यह सारा खेल वन विभाग की मिलीभगत से हो रहा है, उक्त सारा मामला बुढ़मू वन क्षेत्र से जुड़ा हुआ है । और तस्वीर में दिखाया हुआ बेस कीमती लकड़ी बोटा मक्का बांध गाढ़ा स्थित जंगल का है। जहाँ सैकड़ो सखुआ के पेड़ो को काट कर रखा गया है.। उक्त कटाई से जंगल पुरी तरह से उजड़ता जा रहा है. जिसपर वन विभाग की कोई नजर नजर नहीं है।
जगल बेच माफिया हो रहे मालामाल :
जंगलों को बेच माफिया मालामाल हो रहे है वहीं जंगलों की कटाई से वन साफ होता नजर आ रहा है जिसपर तनिक भी चिंता वन विभाग को नहीं है. वरन वन विभाग की मिलीभगत से यह सारा खेल जारी है.आखिर यह किसके सह पर हो रही है यह तो जाँच का मामला है अब देखना है की वनो की कटाई व तस्करी बंद होती है या पूर्व की तरह जारी रहता है
वनो की कटाई से पर्यावरण पर असर :
अवैध तरीके से वनो की अंधाधुंध कटाई से माफिया मालामाल हो रहे है वहीं पर्यावरण को काफ़ी नुकसान पहुंच रहा है, असमय वर्षा, मौसम मे बदलाव आदि सारे कारण वनो की अंधाधुंध कटाई का ही परिणाम है
एक दर्जन से अधिक माफिया है सक्रिय,
बुढ़मू प्रखंड वन क्षेत्र मे एक दर्जन से अधिक लकड़ी माफिया है सक्रिय, जो दिन के उजाले से लेकर रात के अंधेरे में लकड़ी माफिया ट्रैक्टर , ट्रक, व छोटे छोटे वाहनों से माफियाओ द्वारा बाहर भेजा जाता है जिसे रोकने टोकने वाला कोई नहीं है।
माफियाओ का चरागाह बना बुढ़मू क्षेत्र : बुढ़मू क्षेत्र इन दिनों माफियाओ का चरागाह बना हुआ है जहाँ वन की अंधाधुंध कटाई तो जारी ही है यहाँ वन विभाग की मिलीभगत से पत्थरो की तुड़ाई, बालू की ढूलाई, कोयले की तस्करी सहित दर्जनों अवैध कार्य जारी है. जिसपर वन विभाग, प्रशासन सहित सभी विभाग की मौन सहमति है, कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है कोई किसी पर ना ही मामला दर्ज होता है और ना ही किसी की गिरफ्तारी ही होती है.
इस संबंध मे ज़ब DFO रांची के मोबाईल नम्बर 8987790113 पर सम्पर्क किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया.
क्या कहते है फारेस्ट ऑफिसर
जानकारी मिली है मै इसे अपने स्तर पर देखूंगा, अगर मामला सही निकला तो कार्रवाई करेंगे.
ललित महतो, फारेस्ट ऑफिसर