बुढ़मू थाना क्षेत्र अन्तर्गर सरदार मोड़ को किया जाम,जमकर्ताओ ने….
Ranchi : बुढ़मू थाना इन दिनों विवादो का केंद्र बना हुवा है।आये दिन अवैध कोयला,अवैध माइनिंग को लेकर चर्चाएं गर्म रहती है।इसी कड़ी में रविवार 1 मई को भी देखने को मिला।थाना क्षेत्र अंतर्गत उमेडण्डा सरदार मोड़ को जाम कर दिया गया जमकर्ताओ का कहना था कि थाना क्षेत्र में थाना प्रभारी द्वारा हाइवा, ट्रैक्टर, टर्बो जैसे बड़े वाहनों को अवैध कोयला संचालन की छूट दी गयी है जबकि हम जैसे दुपहिया वाहनों को बंद करा दिया गया।हमलोगों का एकमात्र कमाई का रास्ता यही है।अगर हम चलने की परमिशन दिया जाता है तो जाम को हटा देंगे वरना जाम जारी रहेगा।इधर जैसे ही सूचना थाना प्रभारी मानव मयंक तक पहुँची उन्होंने तत्काल मौके पर पहुँच जमकर्ताओ से बात की और जाम को हटवाया।हालांकि इस बीच जाम की सूचना एसएसपी राँची, डीएसपी अनिमेष नैथानी सहित स्पेशल ब्रांच तक पहुँच चुकी थी।अब देखना है कि इसपर क्या कार्रवाई होती है।
सबसे बड़ा सवाल ? की क्या क्षेत्र में अवैध कोयले की संचालन पर रोक लगेगी,जबकि जमकर्ताओ ने जाम कर दिखा दिया कि क्षेत्र में अवैध कोयला आज भी संचालित है।और हमे भी अवैध कोयला संचालन का परमिशन मिलना चाहिए।यहाँ सर्वविदित है कि पिछले दो माह से इस अवैध कोयला संचालन को लेकर दैनिक समाचार पत्र सन्मार्ग लगातार आवाज बुलंद करता आया है वावजूद इसपर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति ही कि जाती रही है।और इसका जिम्मेदार लोग आज भी बचते नजर आते हैं यहाँ हरतरफ मैनेज का खेल चलता रहता है।जिसपर ब्रेक लगाना शायद संभव नही है।
प्रशासन, वनविभाग सभी क्यो है मौन : अवैध कोयला से दर्जनों ईंट भट्ठों का संचालन धड़ल्ले से जारी है।इस महँगे होते कोयले में अगर सस्ता कोयला मिल जाए तो भला कौन नही लेना चाहता है।और यहीं से अवैध कोयला चोरी का खेल शुरू हो जाता है।जहाँ कोयला माफिया रात 12 बजे के बाद बेधड़क चोरी के अवैध कोयले का सप्लाय बड़े आराम से करते है जो सुबह 4 बजे तक चलता है।इस दौरान सभी सजग रहते है कि कहीं बात लीक न हो जाय और अगर यह अखबार में छप जाता है तो खाना पूर्ति के नाम पर कार्रवाई की जाती है एक दो वाहनों को धर दबोचा जाता है जिसपर कार्रवाई की जाती है और पुनः दूसरे दिन से पहले की भांति खेल शुरू हो जाता है।अब तो जगजाहिर हो चुका है कि यह सिलसिला रुकने वाला नही है।वन विभाग,प्रशासन व सफेदपोश की सहभागिता से यह धड़ल्ले से जारी है और रहेगा।जब सभी मिले हुए है तो फिर कार्रवाई कौन करेगा??यह सबसे बड़ा सवाल है??
दर्जनों अवैध भट्टा है संचालित जिसपर जाता है चोरी का कोयला,ईंट भट्ठों पर भी नही होती है कार्रवाई : थाना क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक ईंट भट्ठा है संचालित जिसपर आज भी बड़े स्तर पर अवैध कोयला सप्लाय किया जाता है जिसपर कार्रवाई तो की नही जाती है वरन उन्हें प्रोटेक्शन दी जाती है।जिम्मेदार लोग कभी कभार खाना पूर्ति कर देते है।वह विभाग,खनन विभाग जैसे बड़े विभाग के पदाधिकारियों को तो जैसे साँप सूंघ गया हो इस ओर ध्यान ही नही देते है।इसका एकमात्र कारण जो लोगो से छिपा नही है।