रमकंडा प्रखंड मे तेंदुआ का कहर जारी,कुशवार गांव में तेंदुए ने 12 वर्ष के बच्चे को उतारा मौत के घाट

Frontline News Desk
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बरगढ़ भंडरिया से विवेकानंद कुजुर की रिपोर्ट

रमकंडा प्रखंड मे तेंदुआ का कहर जारी,कुशवार गांव में तेंदुए ने 12 वर्ष के बच्चे को उतारा मौत के घाट

रमकंडा : प्रखंड के बीलीगढ़ पंचायत के कुशवार गांव में तेंदुए ने शाम के करीब 6 बजे घर में बैठे बली घासी के 12 वर्षीय पुत्र हरेंद्र घांसी को बनाया अपना शिकार, हलांकि हमलावर तेंदुआ को ग्रामीणों ने हो हल्ला व लाठी डंडे के सहयोग से भगा दिया परंतु तबतक बहुत देर हो चूका था, गर्दन पर हमला करने की वजह से मौक़े पर ही हरेंद्र घासी की मौत हो गई.घटना के बाद तेंदुए को पकड़ने की नाकाम कोशिशें वन विभाग द्वारा चलाई जा रही है यह देख ग्रामीण जानता वन विभाग पर काफी आक्रोशित हैं.

ग्रामीणों ने लगाया वन विभाग पर आरोप : घटना के पश्चात ग्रामीण काफ़ी आक्रोश मे है उन्होंने वन विभाग को निकम्मा बताया है ग्रामीणों का कहना है की सरकार वन विभाग के लिए अरबों खरबों रुपया कई तरह के योजनाओं के लिए पानी की तरह बहाते हैं लेकिन कागज में ही सारा योजना धरे की धरे रह जाते हैं और सारे पैसा वन विभाग पदाधिकारी एवं कर्मी गटक जाते हैं जिसका नतीजा आज यह घटना देखने को मिलती है, वन विभाग सक्रिय रहती तो यह घटना नहीं होती. अब इस घटना का जिम्मेदार कौन होगा? तेंदुआ द्वारा पहलें भी इस प्रकार का आक्रमण किया जा चूका था जिसकी सुचना वन विभाग को दिया गया था.

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नौकरी व मुआवजे की मांग :

ग्रामीणों ने सरकार से मृतक के परिजनों को एक नौकरी व दस लाख रूपये मुआवजे की मांग की है ग्रामीणों ने कहा है की घटना वन विभाग की लापरवाही का परिणाम है अतः मृतक के परिजनों को नौकरी व मुआवजा मुहैया कराये अन्यथा जोरदार आंदोलन किया जायेगा.

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