राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, विधानसभा अध्यक्ष रबिन्द्रनाथ महतो व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन, झारखण्ड विधानसभा की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित समारोह में हुए शामिल.
Ranchi : झारखण्ड विधानसभा की 20वीं स्थापना दिवस पर हर्ष की अनुभूति हो रही है। इस अवसर पर राज्य के वीर सपूतों को नमन। हम सभी के लिए उपलब्धियों पर खुश एवं कमियों पर मंथन करने का समय है। विधानसभा से लोगों की अपेक्षाएं हैं। जनता विकास कार्यों की समीक्षा करती है। विधानसभा ने विगत 20 वर्ष में कई विकास कार्य किये हैं। हमें दलगत भावना से उपर उठकर कार्य करने की जरूरत है। जनता अपने जनप्रतिनिधि का चयन अपेक्षाओं के साथ करती है। विकास के लिए विधानमंडल को जिम्मेदार माना जाता है। यह याद रखना चाहिए। उक्त बातें राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने झारखण्ड विधानसभा की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही।
राज्य के विकास में विधानसभा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है
विधानसभा अध्यक्ष रबिन्द्रनाथ महतो ने कहा कि आज हम झारखण्ड विधानसभा की 20वीं वर्षगांठ मना रहें हैं। यह अवसर है आंकलन का कि विधानसभा के मापदंडों व आदर्शों को जीवंत रखने में कितने सफल हो सके। सर्वोच्च पंचायत के रूप में विधानसभा ने राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। वर्तमान नेतृत्व जनाकांक्षाओं को पूर्ण करने में सफल होगी।
झारखंड अपने अंदर नव ऊर्जा लेकर बढ़ रहा है
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखण्ड अपने अंदर नव ऊर्जा समाहित कर आगे बढ़ रहा है। इस राज्य की चुनौतियों को खत्म करने के लिए यह ऊर्जा कारगर साबित होगी। राज्य के अंदर संसाधन मौजूद हैं, जिसके बल पर झारखण्ड को विश्व स्तर पर पहचान दी जा सकती है। झारखण्ड के आंतरिक व्यवस्था को अवसर में बदलने का मौका है, इसके लिए सुंदर, अनुशासित और शांतिप्रिय व्यवस्था स्थापित करना होगा। तभी लोगों का आकर्षण राज्य की ओर बढ़ेगा और हम जो सपना देखते हैं। वह पूर्ण भी होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर समाज की परिकल्पना कानून थोप कर नहीं की जा सकती। हमें खुद यह कार्य करना होगा। तभी हम आगे बढ़ पाएंगे।
महापंचायत राज्य को दिशा देने में लगा रहता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उल्लास का दिन है। खुशी का माहौल है। झारखण्ड ने लंबा सफर तय किया है। इस दौरान कई उतार-चढ़ाव हमने देखा है। कई चुनौतियों को स्वीकार है, जिसका गवाह झारखण्ड विधानसभा बना। यह वह महापंचायत है, जहां 81 विधायक मिलकर राज्य को दिशा देने का प्रयास करते हैं।
कोरोना के साथ जंग आमजनों के सहयोग से जीता जा सकता है
मुख्यमंत्री ने कहा हम महामारी के दौर से गुजर रहे हैं। विगत एक वर्ष से कार्यपालिका और विधायिका के सहयोग से हम महामारी के बीच सफलता से आगे बढ़ रहें हैं। झारखण्ड पूरे देश के लिए उदाहरण बना। कोई भय नहीं फैला न भूख से किसी की मौत हुई। कई राज्यों की स्थिति भयावह हो चुकी है। स्थिति सामान्य होने के बाद महामारी का तीसरा अध्याय प्राप्त सूचनाओं के आधार पर खुलता नजर आ रहा है। नई चुनौतियां हमारे सामने हैं। सरकार झारखण्ड में जनजीवन सामान्य करने में जुटी हुई है। कोरोना के खिलाफ जंग को आमजनों के सहयोग से जीता जा सकता है। आमजनों से अनुरोध है कि जब तक इसका पुख्ता इलाज न हो, तबतक सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।
टॉपर्स को मिला सम्मान
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने मैट्रिक टॉपर मनीष कुमार कटियार, इंटरमीडिएट विज्ञान टॉपर अमित कुमार, इंटरमीडिएट वाणिज्य टॉपर सुभम कुमार ठाकुर व रूपा कुमारी एवं इंटरमीडिएट कला टॉपर नंदिता हलपाल को सम्मानित किया।
शहीद के परिजन हुए सम्मानित
राज्यपाल, विधानसभा अध्यक्ष व मुख्यमंत्री ने अमर शहीद एएसआई गोवर्द्धन पासवान, आरक्षी युधिष्ठिर मलवा, आरक्षी मनोहर हांसदा, आरक्षी धनेश्वर महतो, आरक्षी अखिलेश राम, आरक्षी खंजन कुमार महतो, सहायक अवर निरीक्षक सुकरा उरांव, गृहरक्षक यमुना प्रसाद, गृहरक्षक सकेन्द्र सिंह, गृहरक्षक शम्भू प्रसाद साहू, आरक्षी लाकिंदर मुंडा, चंद्राय सोरेन, रविनाथ सोरेन, लेफ्टिनेंट अनुराग शुक्ला, नायक सूबेदार प्रबीर कुमार, सिपाही संतोष गोप, सिपाही कुंदन कुमार ओझा, सिपाही गणेश हांसदा, सिपाही अभिषेक कुमार, हवलदार विजय सोरेन के परिजनों को सम्मानित किया।
कोरोना वारियर्स के रूप में विजय बिहारी प्रसाद, अखिलेश कुमार सिन्हा व अन्य को भी सम्मानित किया गया।
उपस्थिति
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष रबिन्द्रनाथ महतो, संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम, उत्कृष्ट विधायक नलिन सोरेन, मुख्य सचेतक विरंची नारायण, मंत्रिगण, विधायक गण व अन्य उपस्थित थे।