सारंडा के दुर्गम क्षेत्रों में खाद्यान्न समेत सभी सरकारी सुविधाएं उपलब्ध कराएं : हेमन्त सोरेन
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सारंडा स्थित नुइयागड़ा गांव की गर्भवती महिलाओं द्वारा नमक भात का सेवन कर जीवन यापन करने के मामले को गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री ने उपायुक्त चाईबासा से कहा है कि यह स्थिति बर्दाश्त योग्य नहीं है। मामले में अविलंब संज्ञान लेते हुए सारंडा के इन दुर्गम क्षेत्रों में खाद्यान्न समेत सभी सरकारी सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए सूचित करें।
*गर्भवती महिलाओं को नहीं मिल रहा भोजन*
मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि
सारंडा स्थित नुइयागड़ा गांव की गर्भवती महिलाएं नमक, भात खाकर पहाड़ चढ़ती हैं। कुल्हाड़ी चलाती हैं। लकड़ी काट उसे बाजार में बेचती हैं। ऐसा करने पर दाल- सब्जी महीने में एक दो बार नसीब हो जाता है। अन्यथा नमक भात से ही गुजारा होता है।