स्वतंत्रता दिवस समारोह में मंत्री डॉ0 रामेश्वर उरांव ने फहराया राष्ट्री ध्वज, कहा
बेरोजगारों के लिए मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना एक क्रांतिकारी कदम
लोहरदगा में जल्द बाइपास सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ कराने का दिलाया भरोसा
शंखनदी के समीप से बक्सीडीपा तक भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया प्रगति पर
Lohardaga : स्वतंत्रता दिवस पर जिला स्तर पर मुख्य समारोह बीएस कॉलेज स्टेडियम में आयोजित किया गया। समारोह में डॉ0 रामेश्वर उरांव, मंत्री, योजना-सह-वित्त विभाग, वाणिज्य विभाग, खाद्य सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले, झारखण्ड सरकार बतौर मुख्य अतिथि उपस्थि हुए। मंत्री के स्टेडियम पहुंचते ही जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो व पुलिस कप्तान प्रियंका मीणा द्वारा उनकी आगुवानी की गयी। पुलिस कप्तान की सुरक्षा व अगुवाई में परेड निरीक्षण के पात राष्ट्री ध्वज फराया गया। जिसमें मंत्री डॉ उरांव “भरा नहीं भावों से, बहती जिसमें रसधार नहीं। वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।” पंक्तियों के साथ अपने अभिभषण की शुरुआत कीं। मंत्री ने कहा कि आईए हम उन वीर सपूतों को याद करें, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर किया एवं अपने प्राणों की कुर्बानी दी है। स्वतंत्रता प्राप्त करने में अहम भूमिका निभानेवाले सभी वीर सूपतों को शत-शत नमन है। मंत्री डॉ0 उरांव ने सबसे पहले राज्य के लिए एक नया प्रतीक चिन्ह और नोवल कोविड-19 का जिक्र करते हुए राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनायीं। कहा कि झारखण्ड राज्य, देश एवं सम्पूर्ण विश्व इस समय वैश्विक महामारी नोवल कोविड-19 के दौर से गुजर रहा है। समुचे विश्व में नोवल कोविड-19 फैला हुआ है और विश्व के सभी देश इससे प्रभावित हुए हैं। देश में भी इस महामारी से लगभग 25 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और करीब 48000 लोगों की मौतें हुई हैं। झारखण्ड राज्य में स्थिति थोड़ी बेहतर है।
कोविड-19 से निपटने में सरकार ने की बेहतर पहल
जब सम्पूर्ण देश में लॉकडाउन 23 मार्च को हुआ था, जब समूचे देश में लोग विशेषकर श्रमिक जहां तहां फंस गये थे और उन्हें घोर मुसीबत का सामना करना पड़ा था। यातायात व्यवस्था ठप्प हो जाने के कारण लोगों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ा था, लेकिन हमारी सरकार ने इस दिशा में विशेष पहल करते हुए श्रमिकों को उनके घर तक लाने के लिए विशेष प्रवासी श्रमिक रेल चलाने की व्यवस्था की और देश के विभिन्न भागों यथा मुम्बई, गोवा, तमिलनाडु, चेन्नई, त्रिपुरा, मिर्जापुर आदि देश के विभिन्न भागों से राज्य के श्रमिकों को यहां लाने की नि:शुल्क व्यवस्था की गयी। झारखण्ड देश का पहला राज्य राज्य है जिसने झारखण्ड राज्य के प्रवासी श्रमिकों को हवाई जहाज के माध्यम से राज्य में लाने की व्यवस्था की। इतना ही नहीं हमारे सरकार ने इस प्रवासी श्रमिकों को मुफ्त अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचाने एवं भोजन की व्यवस्था करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। श्रमिकों से अपने क्षेत्र में उन्हें रोजगार मुहैया करने की व्यवस्था की गयी तथा खाने के लिए आकस्मिक खाद्यान्न कोष से खाद्यान्न दिया गया। जगह जगह “दीदी किचन” एवं “मुख्यमंत्री दाल भात केन्द्रों” के माध्यम से पर्याप्त संख्या में लोगों को भोजन मुहैया कराया गया। जन वितरण प्रणाली के माध्यम से लोहरदगा जिला के 72056 पीएचएच काडर्धारियों को प्रति सदस्य 5 किलोग्राम एवं एएवाई के 14046 परिवारों को 35 किलोग्राम मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। गैर पीडी.एस. के कुल 11111 सुयोग्य व्यक्तियों को 5 किलोग्राम की दर से नि:शुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया है। बाहर से आये 5167 प्रवासी मजदूरों को 5 किलोग्राम नि:शुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। कोविड-19 के प्रकोप के कारण गरीब कल्याण योजना को प्रभावी रूप से लागू किया जा रहा है । अंत्योदय, अन्नपूर्णा योजना एवं सफेद राशन काडर्धारियों को खाद्यान्न एवं किरासन तेल उपलब्ध कराया जा रहा है जिससे उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो। 15 मुख्यमंत्री दाल भात केन्द्रों और 10 विशिष्ट दाल भात केन्दों के तहत सभी प्रवासी मजदूरों एवं स्थानीय श्रमिकों को प्रतिदिन 200 लाभुकों को मुफ्त भोजन की व्यवस्था की गयी है । मैं आपको अवगत कराना चाहता हूं कि जल्द ही छुटे हुए सभी योग्य व्यक्तियों को जिनका राशन कार्ड नहीं बना है, उनका राशन कार्ड शीघ्र ही बनाने की कारर्वाई की जायेगी । इस संबंध में हमारी सरकार प्रयासरत है।
एक वर्ष के भीतर सड़कों, विद्युत आपूर्ति, जलापूर्ति में होगा सुधार
मंत्री ने स्वीकार करते हुए कहा कि लोहरदगा जिला के सड़कों, विद्युत आपूर्ति, जलापूर्ति की स्थिति भी अच्छी नहीं है। इसकी मरम्मती के लिए विशेष योजना बनाकर मरम्मती का कार्य किया जायेगा। शहर कें मुख्य सड़क में अधिक भीड़-भाड़ होने के कारण आवागमन में काफी दिक्कत होती है, इसलिए लोहरदगा शहर में बाईपास सड़क शंखनदी के समीप से बक्सीडीपा तक प्रारंभ किया जायेगा एवं भूमि अधिग्रहण करने एवं सड़क निर्माण की कारर्वाई जल्द ही प्रारंभ की जायेगी। दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र पेशरार से लातेहार स्टेशन तक 25 किलोमीटर पथ का निर्माण का डीपीआर तैयार हो गया है, शीघ्र ही इस योजना का कार्यान्वयन एवं वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करते हुए प्रारंभ कर दिया जायेगा। इस वर्ष अच्छी वर्षा होने के कारण राज्य में फसल आच्छादन का प्रतिशत अच्छा है। लोहरदगा जिला में 98 प्रतिशत रोपनी हो चुका है । अभी किसान भाईयों को युरिया एवं कीटनाशक की मांग काफी है। लोहरदगा जिला के किसानों को यथाशीघ्र युरिया, अन्य खाद एवं कीटनाशक की आपूर्ति हो, इस दिशा में मैं अतिरिक्त युरिया का आवंटन करवा रहा हूं ताकि किसान भाईयों को दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े। विद्युत आपूर्ति में सुधार के लिए विशेष प्रयास किया जा रहा है। प्रशासन को निदेश दिया है कि खराब ट्रांसफरमरों को जल्द बदला जाय तथा जिन क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर की कमी है, उस क्षेत्र में नया ट्रांसफार्मर लगाने की व्यवस्था की जाय। लोहरदगा शहर में जलापूर्ति की व्यवस्था अच्छी नहीं है, जिसमें सुधार की नितांत आवश्यकता है। इसके लिए डीपीआर बनाने एवं राशि आवंटन के लिए संबंधित विभाग के मंत्री एवं पदाधिकारियों से वात की है। अगले एक वर्ष के अंदर सुगमता से व्यवस्था हो जाएगी।
बेरोजगारों के लिए मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना क्रांतिकारी कदम
मंत्री डॉ0 उरांव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के सभी परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु मुख्यमंत्री द्वारा नीलाम्बर-पीताम्बर जल समृद्धि योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना एवं पोटो हो खेल विकास योजना की शुरूआत की गयी है। गरीब कल्याण रोजगार अभियान आरंभ किया गया है। यह अभियान पूरे राज्य में 125 दिनों तक के लिए संचालित किया जा रहा है। लॉकडाउन अवधि में 25558 प्रवासी मजदूर जिले में वापस आ चुके हैं। इनमें से 3760 प्रवासी मजदूरों को मनरेगा के अन्तर्गत जाब कार्ड बनाया गया है । 2712 मजदूरों को मनरेगा अन्तर्गत चल रही योजनाओं में कार्य उपलब्ध कराया गया है । जिला प्रशासन के प्रयास से मनरेगा योजना एवं अन्य विकास योजनाओं के माध्यम से यह सुनिति किया जा रहा है कि प्रत्येक गांव/टोला में कम से कम पांच योजनायें संचालित हों ताकि किसी भी ग्रामवासी, प्रवासी मजदूरों को रोजगार हेतु ग्राम, टोला से पलायन की आवश्यकता नहीं पड़े। जिला प्रशासन इस दिशा में सतत प्रयत्नशील है, जिसके लिए जिला प्रशासन के सभी सदस्य बधाई के पात्र हैं। विगत 14 अगस्त को माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा शहरी बेरोजगारों के लिए “मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना” का शुभारंभ किया गया है, जिसमें शहरी क्षेत्र के वैसे प्रवासी मजदूरों एवं वैसे लोगों को जिन्हें काम की खोज में बाहर जाना पड़ता है उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा। रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में राज्य सरकार की यह एक क्रांतिकारी कदम है। पेशरार एवं किस्को प्रखण्डों के विभिन्न पहाड़ी क्षेत्रों में नाशपाती की बागवानी के लिए मनरेगा के अन्तर्गत योजना होता था। प्रयासरत हूं कि इस जिला को भी आकांक्षी जिला में शामिल कर सकें, ताकि जिला को विशेष आवंटन उपलब्ध हो और इसका उपयोग जिला के विकास में किया जा सके। 500 एकड़ से अधिक क्षेत्र में नाश्पाती की खेती के लिए स्वीकृति का प्रस्ताव मुख्यालय में भेजा गया है और इसमें शीघ्र ही कारर्वाई की जायेगी, जिससे पेशरार एंव किस्को प्रखण्ड क्षेत्र के किसानों की आय वृद्धि एवं जीवन स्तर में सुधार होगा।
नोवल कोविड-19 के प्रकोप से बचने की नसीहत
नोवल कोविड-19 के प्रकोप से लोहरदगा जिलावासियों को लगातार सतर्क करने बचाव एवं रोकथाम में जिला प्रशासन की टीम एवं स्वास्थ्य विभागीय पदाधिकारी एवं कमिर्यों, नगरपर्षद के पदाधिकारी एवं कर्मी एवं इस कार्य में लगे सभी जन प्रतिनिधियों को इस अवसर पर मैं धन्यवाद देता हूं। उनके अथक प्रयास से लोहरदगा जिला में कोविड-19 का प्रभाव अभी तक नियत्रित रहा है। परन्तु मेरी आपसे यह गुजारिश है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का प्रयोग करें।
उत्कृष्ट कार्य करनेवाले कोरोना वारियर्स को किया सम्मानित
नोवल कोविड-19 महामरी से निपटने में उत्कृष्ट कार्य करनेवाले वारियर्स, नागरीक, पदाधिकारी व पुलिसकर्मी को सम्मानित किया गया। जिनमें सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार, एसीएमओ डॉ शंभुनाथ चौधरी, कायर्पालक दण्डाधिकरी अमित बेसरा, नप के कायर्पालक पदाधिकारी सह दण्डाधिकारी देवेन्द्र कुमार, कायर्पालक दण्डाधिकारी नारायण राम, अंचल अधिकारी प्रकाश कुशवाहा, भंडरा अंचल अधिकारी महेन्द्र कुमार, बीडीओ रंजीता टोप्पो, मनोरंजन कुमार, डीपीआरओ पलटू महतो, कुडू अंचल अधिकारी कमलेश उरांव, जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी विभाकर कुमार, अस्पताल प्रबंधक सुभाषिणी तिर्की, इपिडिमालोजिस्ट प्रशांत चौहान, नगर प्रबंधक विजय कुमार, कनीय अभियन्ता आलोक कुमार, विक्रम कुमार यादव, समाजसेवी हाजी अब्दुल जब्बार, धीरज प्रसाद अग्रवाल, अमीन धमेन्द्र सिंह, राजीव रंजन, युसुफ ईकबाल उर्फ प्रिंस, चापाकल मिस्त्री रमेश साहू, महेन्द्र प्रसाद चालक, राजकुमार चालक सह अनुसेवक, उपेन्द्र कुमार स्वच्छता कर्मी, संजय कुमार सहायक, सहाकय अवर निरीक्षक रमेश कुमार तिवारी और 108 एम्बुलेस शामिल हैं।