पत्रकार को पीटने वाला पुलिस हुआ सस्पेंड
रांची : स्वतंत्र पत्रकार आनंद दत्ता की पुलिस के द्वारा पिटाई का विरोध पत्रकारों ने किया है। रविवार शाम मोरहाबादी स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष पत्रकारों ने पत्रकार आनंद दत्ता को परिचय देने के बावजूद एएसआई मोहन महतो के द्वारा पीटे जाने को लेकर आपत्ति जतायी। रांची पुलिस के द्वारा जांच के बाद एएसआई मोहन महतो को निलंबित किए जाने के बाद पत्रकार पूरे मामले में सांकेतिक विरोध के लिए सोशल डेस्टेंशिंग का पालन करते हुए पत्रकार गांधी प्रतिमा के पास पहुंचे थे। पत्रकार आनंद दत्ता ने मौके पर पत्रकारों को बताया कि किस तरह पहचान पत्र देने व परिचय देने के बाद भी एएसआई ने न सिर्फ उन्हें पीटा, बल्कि पीसीआर से मोरहाबादी टीओपी ले गए। टीओपी में भी पुलिस ने उनसे दुर्व्यवहार किया। वरिष्ठ पत्रकार संजय मिश्रा ने कहा कि पत्रकार यहां अलग से कोई हक नहीं मांग रहे, लेकिन जिस तरह का सलूक पत्रकारों के साथ हुआ, इसके बाद इस मामले में मुख्यमंत्री ने जो ट्वीट किया, वह सत्ता के चरित्र को दिखाता है। संजय मिश्रा ने कहा कि राज्य में पुलिस की कार्यशैली को बदलने की जरूरत है। रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश सिंह ने मौके पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना काल में पत्रकार कोरोना वॉरियर की तरह काम कर रहे हैं, ऐसे में पुलिस की यह बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। क्लब के सचिव अखिलेश सिंह ने कहा कि पत्रकारों पर लगातार हमले हो रहे, लेकिन ऐसे मामलों में कार्रवाई नहीं होती। स्थापना दिवस कार्यक्रम से लेकर बीते एक सालों में ही पत्रकारों से बदसलूकी मारपीट की घटनाएं बढ़ी हैं, ऐसे में सरकार को इस दिशा में सोचना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार दिव्यांशू ने पुलिसिया व्यवहार को पुलिस का लिंचिंग विहेवियर बताया। मौके पर प्रेस क्लब के कोषाध्यक्ष जयशंकर, पत्रकार सैयद शहरोज कमर, मुकेश बालयोगी, अमित मिश्रा,लोकेश वैद्य, संजय रंजन, सनी शारद, परवेज कुरैशी,चंंडी दत्त्ता झा, मनीष झा सहित अन्य पत्रकार मौजूद थे।