हेमन्त सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल को भाजपा ने दिया जीरो अंक
सरकार की विफलताओं पर जारी किया 28 पृष्ठों का आरोप पत्र
हेमंत सरकार का एक साल,जनता बदहाल,मंत्री मालामाल,सभी विभागों में दलाल
जनता की अपेक्षाओं पर विफल रही हेमन्त सरकार: बाबूलाल मरांडी
Ranchi : भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने हेमन्त सरकार के एक वर्ष पूरा होने पर सबसे विफल सरकारों में शामिल करते हुए चौतरफा हमला बोला है। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस एक वर्ष में उग्रवाद, अपराध का बोलबाला रहा। अपराध का शिकार सबसे ज्यादा महिलाएं हुई। डेढ़ हजार से ज्यादा महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटना कलंक कथा को दर्शाता है। दुष्कर्म का शिकार सबसे ज्यादा छोटी बच्चियां हुई है। राज्य में बेटियों की सुरक्षा नगण्य रही। विकास कार्य ठप्प पड़ा है। ब्लॉक, थाना और अंचल में भ्रस्टाचार उफान पर है। उग्रवादियों अपराधियों ने तांडव मचा रखा है। भाजपा के कार्यकाल में राज्य से भागे हुए उग्रवादी पुनः पैर पसार दिया है। दुमका में मुख्यमंत्री के भाई के नाम पर लेवी ली जा रही है। सत्ता में बैठे विधायकों और सरकार का उग्रवादियों के संरक्षण प्राप्त है।
विज्ञापन और होर्डिंग वाली हेमन्त सरकार: दीपक प्रकाश
प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने हेमन्त सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल को जनता के सपनों पर कुठाराघात करने वाला साल बताते हुए कहा कि राज्य की सेवा तीन करोड़ जनता को सरकार ने छलने का कार्य किया है। कांग्रेस, जेएमएम और राजद ने राज्य में परिवारवाद को बढ़ाने का कार्य किया है। इस एक वर्ष में विकास की शून्यता और लूट खसोट व भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला है। यह सरकार होर्डिंग और विज्ञापन पर चलने वाली सरकार है। इनके 1 वर्ष के कार्यकाल को सौ में जीरो अंक दिया जाना मुनासिब है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विफलताओं को छुपाने के लिए जितने पैसे महोत्सव में खर्च कर रही है उतने पैसे राज्य के दुखी और पीड़ित समाज को मिलता तो कईयों की परेशानी खत्म हो जाती किंतु सरकार बड़े-बड़े विज्ञापन और होर्डिंग देकर अपनी विफलताओं को छुपाने का प्रयास कर रही है।
प्रवासी मजदूर से लेकर युवा छात्र किसान सभी बेहाल
प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने कोरोना काल में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन किया। प्रदेश की हेमंत सरकार ने प्रवासियों को बड़े-बड़े सपने अवश्य दिखाएं किन्तु उन प्रवासी मजदूरों की मैपिंग तक नहीं हो सका। यह सरकार किसानों के लिए घड़ियाली आंसू तो जरूर बहा रही किंतु सबसे ज्यादा दुखी इस राज्य में किसान हैं। बिचौलियों को कांग्रेस और झामुमो का साथ मिल रहा है, किसान बदहाल हैं। आदिवासियों की हत्या हो रही है, सिद्धू कानू के परिजन की हत्या सवाल खड़े करता है। बिजली की लचर व्यवस्था, बेरोजगारों को 5 लाख रोजगार देने का वादा, महिलाओं के साथ दुष्कर्म राष्ट्रद्रोहियों का समर्थन दर्शाता है कि सरकार एक वर्ष में पूर्ण रूप से विफल साबित हुई है।
हेमन्त सोरेन के पिछले एक वर्ष के कार्यकाल में किसानों के साथ धोखा हुआ, राज्य में खनिज की लूट मची है, भ्रष्टाचार अपने चरम पर है, राज्य वित्तीय कुप्रबंधन का शिकार हुआ, ना रोजगार मिला ना भत्ता, लोकतंत्र विरोधी हेमंत सरकार, कोरोना काल में बदहाल व्यवस्था, धर्मांतरण को प्रोत्साहन देने वाली सरकार, राष्ट्र द्रोहियों को संरक्षण देने वाली सरकार, विकास कार्य ठप पड़ा हुआ है, महिला विरोधी हेमंत सरकार में महिला उत्पीड़न एवं यौन शोषण में भारी वृद्धि, अल्पसंख्यक विरोधी हेमंत सरकार, आदिवासियों की भी चिंता नहीं, आदिवासी विरोधी निर्णय, दलित विरोधी सरकार, विधि व्यवस्था की स्थिति खराब, उग्रवादियों के हौसले बुलंद, अपराधी पकड़ से दूर और भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या सरकार के विफलता को दर्शाता है।
पार्टी ने आरोप पत्र को जनता की अदालत में समर्पित किया।
सरकार की विफलता को लेकर प्रदेश कार्यालय में एक स्लाइड शो के माध्यम से दर्शाया गया साथ ही आरोप पत्र भी जारी किया गया। इस क्रम में प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा, प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा, प्रदेश मीडिया सेल प्रभारी शिवपूजन पाठक, आदि उपस्थित थें।