चान्हों सीओ की कारस्तानी, करते है खुद की मनमानी
पहले किया म्यूटेशन, फिर रद्द करने का दिया आवेदन
Ranchi : सीओ यानी सर्कल ऑफिसर खुद को डीसी, डीडीसी यहां तक की सरकार से भी उंचा समझते है. तभी तो जिसका मन हुआ जमीन म्यूटेशन कर दी, जिसे मन हुआ उसका रद्द कर दिया. बडे-बडे जमीन मामले से जुडे फर्जीवाड़ा जो आए दिन सामने आते है. उनमे कहीं न कहीं सीओ का हाथ जरुर होता है. ऐसा एक ताजा मामला चान्हो से सामने आया है. जिसमे चान्हों सीओ जाफर हसनात ने पहले जमीन म्यूटेशन किया फिर उसी जमीन को म्यूटेशन रद्द करने के लिए डीसी को आवेदन दिया है. यह मामला खतियानी रैयत माडू सिंह के वंशजों से जुड़ा है. मौजा पोकरियो थाना चान्हो, अंचल चान्हो, जिला रांची के खाता संख्या 86 प्लॉट नं 139, रकबा 49 डिसमिल जमीन रजिस्टरी ऑफिस से रजिस्टर कराया है. उक्त जमीन पर दाखिल खारिज करने संबंधित एक आवेदन कुंजकिशोर साय की ओर से दिया गया. जिसे पूरी तरह जांच परख के बाद चान्हों सीओ ने स्वीकृति का आदेश जारी कर दिया. उक्त जमीन पर कुंजकिशोर साव के नाम पर लगान रसीद भी निर्गत किया गया. लेकिन इसके कुछ दिनों बाद कुंज किशोर को फिर से जमीन के सभी मूल दस्ताबेजों के साथ उपस्थित होने का आदेश दिया गया. जब कुंज किशोर सीओ दफ्तर पहुंचे वहां उनके साथ बदसलूकी की गई. ऐसा करते हुए चान्हों सीओ ने म्यूटेशन रद्द करने की बात करने लगे. कुंजकिशोर साव की ओर से इस संबंध मुख्यमंत्री सचिवालय, मुख्यमंत्री जनसंवाद, डीसी ऑफिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है.
ऐसी कोई जानकारी मुझे नहीं है.सभी आरोप गलत है.
जाफर हसनात
अंचलाधिकारी चान्हो