पूर्व सीएम नेता कानून व्यवस्था के ध्वस्त होने का आरोप राज्य सरकार पर लगाया है. बाबूलाल ने कहा कि राज्य में नयी सरकार से लोगों को उम्मीदें थीं कि वह कुछ बेहतर करेगी. पर हालात बेहद भयावह होते जा रहे हैं. बाबूलाल ने कहा कि पूर्व विधायक के घर से महज एक-डेढड किमी की दूरी पर ही घटनास्थल था जहां माओवादियों ने हमला किया. दो जवानों की गला रेतकर नृशंस हत्या कर गयी. एक को जख्मी कर दिया. पर 15 घंटे तक आसपास की कोई पुलिस भय से घटनास्थल पर नहीं पहुंची. मरांडी ने कहा कि जानकारी मिलने पर वे 5 जनवरी को चक्रधरपुर के लिए निकले. उन्हें बीच रास्ते में रोका गया. उन्होंने प्रशासन से कहा कि दिन के उजाले में उन्हें घटनास्थल तक नहीं जाने देने से देशभर में झारखंड को लेकर गलत छवि बनेगी. इसके बाद दो घंटे के इंतजार के बाद डीसी ने एसपी से बात कर उन्हें गुरूचरण के पास उनके गांव जाने दिया.
लॉ एंड आर्डर बिगड़ा
जबसे राज्य में यूपीए गठबंधन की सरकार हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बनी है, लॉ एंड आर्डर बिगड़ गया है. राज्य में उग्रवादी सरकार चला रहे हैं. ऐसा लगता ही नहीं कि राज्य में हेमंत और पुलिस प्रशासन का राज है. सरकार माओवादियों के आगे बेबस, लाचार दिख रही. उसके सामने सरेंडर कर दिया है. पंजाब में पीएम मोदी के काफिले के साथ हुई घटना पर बाबूलाल ने नाराजगी जतायी. इसमें पंजाब सरकार के साथ साथ समुची कांग्रेस को भी दोषी बताया. कहा कि पंजाब सरकार ने छोटा मोटा अपराध नहीं किया है. यह अक्षम्य है. राजनीति में विरोध का महत्व और स्थान है पर देश के पीएम के साथ इस तरह की हरकत कतई स्वीकार्य नहीं. पंजाब सरकार पूरे मामले में दोषियों की पहचान कर सजा दिलाए अन्यथा इसमें उसकी भी भागीदारी मानी जायेगी.