विक्रम संवत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम
तीन हजार दीप जलाकर किया गया नए साल का स्वागत
मैं हिंदुस्तानी हूं, पते पे हिंदुस्तान लिखता हूं.., मत गिनना तुम कमजोरों भारत मां के लालों को.. जैसे राष्ट्रवादी कविताओं से रांची कार्तिक उरांव चौक गूंज उठा. मौका था झारखंड लेखक संघ की ओर से आयोजित विराट कवि सम्मेलन का. जिसमे राजधानी रांची और आस-पास के इलाके के प्रखर कवि शामिल हुए. हिंदू विक्रम संवत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के उपलक्ष पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमे सर्वप्रथम तीन हजार दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत औरद नर्व वर्ष का स्वागत किया गया. जिसके बाद महामंगल आरती की गई. जिसमे सैकडों महिला-पुरुष शामिल हुए. मंगलआरती के बाद कवि सम्मेलन किया गया. जिसमे कवियों ने एक से बढ कर एक राष्ट्रवादी कविता सुना कर सभी श्रोताओं को में जोश भर दिया. कार्यक्रम का आयोजन झारखंड लेखक संघ के अध्यक्ष चंदन प्रजापति की अध्यक्षता में किया गया. जिसमे मुख्य अतिति के रुप के मेयर आशा लकड़ा, विधायक नवीन जायसवाल, डिप्टी मेयर संजीव विजय वर्गीय शामिल हुए. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चंदन प्रजापति ने कहा कि विक्रम संवत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा हम सनातनियों का नववर्ष है. इस कार्यक्रम के माध्यम से हमलोगों को हिंदूओं को जोडने की कोशिश कर रहे है. उन्होंन कहा कि
लोकल कवियों को एक उचित मंच देने का प्रयास झारखंड लेखक संघ सदैव करता रहेगा.
इन्हें मिला धर्मयोद्धा सम्मान
इस मौके पर धर्म के लिए लडने और इसके प्रति लोगों को जागरुक करने वाले लोगों को धर्मयोद्धा सम्मान दिया गया. जिसमे राजीव रंजन मिश्रा, लंकेश सिंह, अमृत रमण, विजय सिंह, सुमन सौरभ को सम्मानित किया गया.
ये कवि हुए शामिल
चंदन प्रजापति
सुमन सौरभ
प्रतीक सौरभ
नुपुर दुबे
अमन प्रियदर्शी