प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीएसपीसी(TPC ) जारी किया प्रेस विज्ञप्ति, कहा JJMP हमसे करे मुकाबला
बुढ़मू : प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीएसपीसी(TPC)ने प्रेस रिलीज जारी कर JJMP को दी चेतावनी,कहा आम जनताओं को परेशान करना बंद करे JJMP, अगर मुकाबला करना हैं तो टीएसपीसी (TPC ) से करे मुकाबला,ज्ञात हो की 26अगस्त की शाम प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन JJMP के द्वारा छापर स्थित बालू घाट मे लगे मजदूरों की पिटाई करते हुए काम बंद करने व मैनेज करने की बात कही गई थी, जिसपर उग्रवादी संगठन टीएसपीसी (TPC ) ने प्रेस रलीज जारी करते हुए JJMP को चेतावनी दी गई हैं.
क्या हैं प्रेस विज्ञप्ति मे :
छापर के अमजनताओं का दूर दूर तक कोई रोजगार नहीं हैं, एकमात्र छापर बालू घाट से अपने मेहनत मजदूरी से घर परिवार व बच्चों की पढ़ाई लिखाई और जीविका चलाते थे,26अगस्त की रात को JJMP के नाम पर कुछ अफवाह लोग छापर बालू घाट मे मेहनत करने वाले मजदूरों को मार पीट कर बेरोजगार कर दिया!एवं इस महंगाई मे दाने दाने को मोहताज बनाकर एवं आम जनो को काम बंद रखने के लिए फोन कर के जान से मारने की धमकी देकर JJMP अपने आप को क्या साबित करना चाहती हैं अगर वर्चस्व क़ायम करनी हैं तो आम जनता को धमकाना छोड़ के आये, टीएसपीसी (TPC )संगठन JJMP के विरुद्ध मे आम जनता के पक्ष मे लड़ने के लिए तैयार हैं. उक्त प्रेस विज्ञप्ति टीएसपीसी के मध्य सबजोनल कमांडर दिनेश जी ने जारी की हैं.
खुनी संघर्ष हुआ प्रबल, TSPC व JJMP आमने सामने : बालू घाट व छापर कोयलवरी पर वर्चस्व को लेकर दोनों प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन मे कभी भी वर्चस्व स्थापित करने को लेकर खुनी खेल हो सकता हैं, TSPC द्वारा प्रेस रिलीज जारी कर यह स्पष्ट कर दिया की किसी भी हाल मे JJMP को यहाँ पनपने नहीं दिया जायेगा. हलांकि छापर बालू घाट हो या छापर कोयलवरी हो, यहाँ उग्रवादी संगठन अपना आधीपत्य स्थापित करना ही चाहेंगे, क्योंकि यहाँ से मोटी रकम लेवी के रूप मे इनलोगो को जाता हैं ऐसे मे खुनी खेल होना और वर्चस्व बनाये रखना उग्रवादी संगठनों की प्राथमिकता बन जाती हैं जिसका खामियाजा आमजनताओं को भुगतना पड़ता हैं.
26 अगस्त से बंद हैं बालू का उठाव : JJMP उग्रवादी संघठन के द्वारा मजदूरों व वाहन ड्राइवर की पिटाई के बाद 26 अगस्त से छापर बालू घाट मे बालू उठाव बंद हैं. इस दौरान मैनेज करने का दबाव भी JJMP के द्वारा स्टॉकर्ष पर बनाया जा रहा हैं, नाम नहीं छापने पर बालू कारोबारी ने बताय की अब बालू का कारोबार करना मुश्किल हो गया हैं जगह जगह पर वसूली होती हैं बालू उठाव से लेकर बेचने तक वसूली होती हैं इस दौरान कई परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं.हलांकि उग्रवादी संगठनों पर प्रशासनिक कार्रवाई लगातर जारी हैं दर्जनों उग्रवादी पुलिसके गिरफ्त मे आ भी चुके हैं और दर्जनों आत्मसमर्पण भी कर चुके हैं बावजूद आज भी पुलिस के समक्ष यह सिरदर्द बना हुआ हैं. अब देखन हैं की इस खुनी संघर्ष को रोकने मे प्रशासन कामयाब होती हैं या नहीं. फिलहाल थाना प्रभारी कमलेश राय पूरी तरह से एक्टिव हैं.