2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने झारखंड में अपने पर है. मिशन शंखनाद से अमित शाह ने कोल्हान की धरती बीजेपी के लिए चुनावी जमिन तलाश करने की कोशिश की. शनिवार को चाईबासा के टाटा कॉलेज ग्राउंड में विजय संकल्प महारैली में अमित शाह जमकर गरजे. मंच पर उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत ही झारखंड में नेतृत्व परिवर्तन से की और जनता से सीधे पूछ डाला कि परिवर्तन करना है या नहीं, सरकार बदलनी है या नहीं.
इसके बाद अमित शाह ने कोल्हान के वीर सपूतों को याद किया और आंदोलन की इस धरती को बीजेपी के लिए परिवर्तन की रैली के रूप में बदलने के लिए जनता से समर्थन मांगा. अपने भाषण के दौरान अमित शाह ने कई बार हेमंत सोरेन के नेतृत्व को ललकारने की कोशिश की. उन्होंने विधि व्यवस्था से लेकर बुनियादी सुविधाऐं और विकास के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरने की कोशिश की. अपने भाषण के दौरान अमित शाह ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री आदिवासी हैं लेकिन उन्होंने आदिवासी हितों को छलने का काम किया है. नक्सलवाद को लेकर भी अमित शाह ने कहा कि अब इनका खात्मा नजदीक है. इनका खात्मा होगा.
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