कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में प्रेस कंन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने केंद्र सरकार और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया… बंधु तिर्की ने कहा की रजिस्ट्रार जनरल ने झारखंड के भूईहर मुंडा जनजाति को अनुसूचित जनजाति की सूची से बाहर कर उच्च जाति के भूमिहार और ब्राह्मण बना दिया है, जिससे उनकी ना सिर्फ पहचान ख़त्म हो रही है बल्कि वे अपने अधिकारों से भी वंचित हो रहे हैं…प्रेस वार्ता में बंधु तिर्की ने आगे कहा की राज्य सरकार ने टीआईआर समीक्षा के बाद केंद्र सरकार को जो रिपोर्ट भेजी थी, उसमे भूईहर मुंडा को अनुसूचित जनजाति की सूची में रखा था, लेकिन केंद्र सरकार ने टीआइआर की रिपोर्ट को स्वीकार नहीं किया.
कांग्रेस नेता ने कहा कि भूईहर मुंडा की आबादी राज्य में 4 लाख से अधिक है और ये लोग सिमडेगा, पलामू, लातेहार जैसे सीमावर्ती जिलों में रहते है, जिनकी भाषा सादारी नहीं है, बल्कि मगही और भोजपुरी है, भूईहर मुंडा को छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों में अनुसूचित जाति की श्रेणी में आते हैं. लेकिन झारखंड में केंद्र की रजिस्ट्रार जनरल ने इनके रहन सहन और भाषा के आधार पर कहा है कि ये लोग भूमिहार और ब्राह्मण जाति के लोगों की तरह रहते है और भाषा भी उनकी तरह है, इसलिए ये एस टी में नहीं है…जिसे लेकर बंधु सिर्की ने कहा की रजिस्ट्रार जनरल के इस फैसले से झारखंड आदिवादियों की जनसंख्या लगातार घाट रही है, पहले राज्य में 32 फीसदी आदिवासी थे, अभी 27 फीसदी है..
कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार के साथ भाजपा पर भी जमकर निशाना साधा, बंधु तिर्की ने ललकारते हुए कहा कि भाजपा में हिम्मत है और आदिवासियों की चिंता करती है तो अविलम्ब भूईहर मुंडा जाति को वापस अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में लाने के लिए केंद्र सरकार को कहे, कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा ऐसे मुद्दों को ना तो सदन में उठाएगी और ना ही बाहर, वाह सिर्फ वोट बैंक कि राजनीति करना चाहती है.