DMFT मद से हो रहे योजनाओं मे भारी गड़बड़ी का आरोप, ग्रामीणों ने उपायुक्त को सौपा ज्ञापन.
कार्रवाई की मांग
बुढ़मू : DMFT मद से चल रहे विकास कार्यों मे किस प्रकार से लूट मची है यह बुढ़मू मे चल रहे विकास कार्यों मे देखा जा सकता है. योजनाओं मे संवेदक द्वारा घटिया निर्माण तो किया ही जा रहा है मामला यही तक सिमित नहीं है योजनाओं को संवेदक आपने सहजाता के अनुसार यहाँ से वहाँ कर रहे है है जिसका नतीजा ग्रामीणों को भुगताना पड़ रहा है. यहाँ बताते चले की बुढ़मू, उमेडंडा, ठाकुर गांव सहित अन्य क्षेत्रो मे DMFT मद से योजनाओं का संचालन हो रहा है, कही पथ तो कहीं स्कूल भवन तो कहीं पर बाउंड्री वाल का निर्माण कराया जा रहा है. ठाकुरगांव मे चल रहे योजना को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंप कार्रवाई की मांग की है, ग्रामीणों का आरोप है की योजना का स्थल को ही बदल दिया गया है, जिस स्थल पर योजना (पथ ) का निर्माण होनी चाहिए वहाँ ना होकर वैसे स्थान पर बना दिया जा रहा है, जहाँ उसकी जरूरत थोड़ी सी भी नहीं है. ग्रामीणों के द्वारा उपायुक्त रांची को सौंपे ज्ञापन मे कहा गया है की DMFT मद से स्वीकृत योजना उमाशंकर राम के घर से विष्णु चौक तक पीसीसी पथ का निर्माण कराया जा रहा है जबकि यहाँ ना कराकर स्थल को बदलते हुए नौवा बगीचा तीर्थंनाथ महतो के घर से ठाकुरगांव पिठोरिया मुख्य पथ तक का निर्माण कराया जाना चाहिए था .ग्रामीणों का आरोप है की जर्जर पथ का निर्माण होना चाहिए था,जबकि अच्छे पथ पर निर्माण कराकर राशि को सिर्फ लुटा जा रहा है, यही नहीं जिस पर पर संवेदक द्वारा निर्माण कराया जा रहा है उससे आसपास मे बने भवनो मे बरसात के मौसम मे पानी घर मे घुसेगा, जिससे उनके घरों को नुकसान भी पहुंच सकता है.ग्रामीणों ने जल्द से जल्द उपायुक्त रांची से मांग की है की बुढ़मू प्रखण्ड मे चल रहे DMFT मद की सारी योजनाओं की जाँच की जाय एवं समय समय पर चल रहे योजनाओं की मोनेटरिंग उच्चाधिकारियो के द्वारा होती रहे, साथ ही गड़बड़ करने वाले संवेदक पर कड़ी कार्रवाई करते हुए लाइसेंस रद्द किया जाय. अगर जल्द कार्रवाई नहीं होती है तो ग्रामीण आंदोलन को विवश होगे.
नहीं होती है मोनेटरिंग : बुढ़मू प्रखंड मे चल रहे DMFT मद की योजनाओं मे बंदर बाँट का सबसे बड़ा कारण योजनाओं मे मोनेटरिंग का है.यहाँ किसी भी अधिकारियो या योजना से जुड़े जैईई का मोनेटरिंग ही नहीं होती है, जिसका सीधा लाभ संवेदक उठाते है, गुणवत्ता मे भारी कमी करते हुए योजना को तैयार कर दिया जाता है,बिना गुणवता युक्त बनने से साल 2 साल मे ही असर दिखने लगता है.जिसका क्षेत्र के विकास मे सीधा असर पड़ता है.
उपायुक्त रांची को आवेदन देने वालों मे ठाकुर गांव के मुकेश कुमार, दीपक कुमार,अनु साहू, नरेश सिंह, शिवनारायण साहू, कृष्णा प्रसाद, सुनील कुमार साहू, शतीश गोप, संजय कुमार चौरसिया सहित सैकड़ो ग्रामीण शामिल है.