पिपरवार में सीसीएल कर्मी का वज्रपात से मौत, नौकरी मुआवजा की मांग को लेकर 12 घंटे तक शव को अस्पताल में घेर रखा, नौकरी देने के बाद शव उठा।
पिपरवार : सीसीएल के पिपरवार क्षेत्र के पिपरवार वर्कशॉप में सीनियर मैकेनिक के पद पर कार्यरत ललकु गंझू की मौत मंगलवार को बज्रपात हो गई। विस्थापितों और संयुक्त मोर्चा के लोगों ने रात दस बजे से लेकर बुधवार को दस बजे दिन तक ललकु के एक आश्रित को नौकरी देने की मांग को लेकर ललकु गंझू के शव पोस्टमार्टम के लिए नहीं उठाने दिया। बचरा क्षेत्रीय अस्पताल में सीसीएल प्रबंधन और पिपरवार संयुक्त मोर्चा तथा विस्थापितों के बीच वार्ता हुई जिसमें पिपरवार महाप्रबंधक अजय सिंह ने ललकु गंझू के एक आश्रित को नौकरी देने पर सहमत हुए उसके बाद संयुक्त मोर्चा और विस्थापितों तथा सीसीएल श्रमिकों ने शव को पोस्टमार्टम कराने पर राजी हुए। ज्ञात हो कि ललकु गंझू पिता बुधु गंझू पिपरवार क्षेत्र के मगरदहा से विस्थापित होकर नौकरी लिया था। स्व ललकु गंझू चिरैयाटांड़ विस्थापित केन्द्र में पूरे परिवार के साथ रह रहे थे। ललकु गंझू मंगलवार को किसी काम से चिरैयाटांड़ से सटे भगवान टोला गया था तभी तेज वर्षा और गरज के साथ बज्रपात हुआ जिसका चपेट में ललकु गंझू आ गया। नौकरी देने पर विस्थापितों तथा संयुक्त मोर्चा के लोगों ने पिपरवार महाप्रबंधक अजय सिंह सहित प्रबंधन को धन्यवाद दिया। वार्ता में प्रबंधन की ओर से पिपरवार महाप्रबंधक अजय सिंह, एसओपी एस देवधारिया, संयुक्त मोर्चा के जनता मजदूर संघ के रीजनल सीसीएल सचिव रविन्द्र नाथ सिंह, सीसीएल सीकेएस के एसके चौधरी, राष्ट्रीय कोयला मजदूर यूनियन के क्षेत्रीय सचिव भीम प्रसाद मेहता, कोल फिल्ड मजदूर यूनियन के क्षेत्रीय सचिव भीम सिंह यादव,सीटु के क्षेत्रीय इस्लाम अंसारी, आरसीएमएस के क्षेत्रीय सचिव विद्यापति सिह, यूसीडब्ल्यू के कामेश्वर राम, विस्थापितों के नेता नागेश्वर महतो के अलावा बीके झा,रामु गोप निर्मल सिंह, बालेश्वर सिंह, आशिष दुबे सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।