गजराजों की उपस्थित से भयभीत हैं ग्रामीण, रातभर करते हैं रतजगा।
लोहरदगा: जिले के भंडरा प्रखंड अंतर्गत कुम्हरिया में गजराजों की उपस्थित से आस-पास के ग्रामीण भयभीत हैं।दो गजराज यहां फसल नुकसान करने की फ़िराक़ में विचरण कर रहे हैं। गजराजों ने कई किसानों के फसलों को काफी मात्रा में नुकसान पहुंचा दिया है। हाथियों की मौजूदगी से ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल देखा जा रहा है। ये जंगली हाथी कर्रा प्रखण्ड की ओर से पहले कैरो के सीमावर्ती जंगलवर्ति टाटी खरता से होते हुए कुम्हरिया स्थित बगुला पतरा पहुंच गए हैं। आकाशी, मकुंदा, अम्बेरा, कस्पुर आदि गांव में पिछले दो दिनों से विचरन कर रहे जिससे ग्रामीणों की रात की नींद उड़ गई है। आसपास के लोगों ने बताया कि अभी ये कुम्हरिया के बगुला पतरा में डेरा जमाए हुए हैं। इसकी सूचना वन विभाग को मिलने के बाद आसपास इलाके में नजर रखी जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक एक जोड़े हाथियों को 17 अगस्त की रात से ही उक्त क्षेत्रों में देखा जा रहा है। ये जंगल से निकल कर गांव के करीब तक पहुंचते हैं और किसानों के फसलों को रौंद कर नुकसान कर पतरा में वापस चले जाते हैं।गौर तलब है कि हाथियों का दल पिछले कुछ सालों से इसी मौसम में ग्रामीण क्षेत्रों में दस्तक दे रहा हैं। किसानों की फसल तैयार होते ही हाथी इस क्षेत्र में आ धमकते हैं और फसल और घरों का नुकसान कर चल देते हैं। हाथियों के इस वर्ष भी पुनः वापसी ने ग्रामीणों की चिंता बढ़ा दी है। ग्रामीणों ने बताया कि सबसे अधिक रात के समय डर बना रहता है। ये हाथी रात में जंगल से निकल कर गांव तक पहुंच जाते हैं। इस कारण रतजगा करना पड़ता है। वन विभाग ने समय रहते उचित व्यवस्था नहीं की, तो भविष्य में ग्रामीणों और क्षेत्र के किसानों को इस वर्ष भी हाथियों के आतंक का शिकार होना पड़ेगा।
रिपोर्ट : संजय कुमार