कोरोना की चेन तोड़ने के लिए आज रिम्स में प्लाज्मा डोनेशन कैंप लगाया गया,कोरोना को मात दे चुके झारखंड के पुलिसकर्मी प्लाज्मा डोनेट किया।
रांची : रिम्स में आज प्लाज्मा डोनेशन कैंप लगाया गया कोरोना को मात देकर घर लौट चुके लोग प्लाज्मा डोनेट किया इसके लिए 14 दिन से ज्यादा का वक्त होना जरूरी है. कोरोना संक्रमण से ठीक हुए 14 दिनों से अधिक समय हो गये हैं और कोरोना के सिंप्टोमेटिक पेशेंट रहे हों, तो आप प्लाज्मा दान कर सकते हैं.
रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने कहा कि जो सिंप्टोमेटिक पेशेंट कोरोना से रिकवर हो गये हैं, वैसे लोग प्लाज्मा डोनेशन के लिए आगे आएं.
उन्होंने कहा कि प्लाज्मा डोनेशन पर भी जिला प्रशासन का ध्यान है. रांची जिला प्रशासन रिम्स के साथ मिलकर प्लाज्मा डोनेशन की दिशा में भी कार्य कर रहा है. आज रिम्स में प्लाजमा डोनेशन के लिए कैंप लगाया गया जिसमें कोरोना को मात देकर ठीक हो चुके पुलिस के जवान प्लाज्मा दान किया
झारखंड के पुलिस महानिदेशक एमवी राव ने झारखंड पुलिस के वैसे सभी पुलिस पदाधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों से प्लाज्मा दान करने की अपील की थी, जो कोरोना संक्रमण से संक्रमित थे और स्वस्थ होकर 14 दिनों की होम कोरेंटिन की अवधि पूरी कर चुके हैं.
उन सभी पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों से राज्य के अन्य कोरोना संक्रमितों के लिये प्लाज्मा डोनेट करने का आग्रह किया था. अपने सामाजिक दायित्वों को समझते हुए कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए झारखंड पुलिस के कई पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा प्लाज्मा डोनेट करने की इच्छा व्यक्त की गई थी. इसी आलोक में आज रिम्स में कैंप लगाया गया .
कोरोना की रोकथाम के लिए रांची जिला प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए 18 अगस्त को रांची जिले में रैपिड एंटीजन मास टेस्ट ड्राइव चलाया गया था, जिसमें 10 हजार से भी अधिक लोगों ने जांच करवाया था.
रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने कहा है कि सदर अस्पताल, रांची में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज की बेहतर व्यवस्था की जा रही है. सदर अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन इनेबल बेड हो, इसके लिए भी कार्य किया जा रहा है.1