कोराेना काल में सरकार युवाओं को कर रही बेरोजगार : मेयर
राँची : मोरहाबादी मैदान में अपनी मांगों पर अड़े सहायक पुलिसकर्मियों से रविवार को मेयर आशा लकड़ा ने मुलाकात की। उन्होंने सहायक पुलिस कर्मियों के लिए दरी, पेयजल के लिए दो टैंकर भी उपलब्ध कराया। मेयर ने कहा कि 31 अगस्त को सहायक पुलिसकर्मियों के संविदा की समयावधि समाप्त हो चुकी है। परंतु राज्य सरकार ने इनके संविदा विस्तार या स्थायीकरण की दिशा में कोई पहल नहीं की। पिछली सरकार ने वरीयता के आधार पर सहायक पुलिसकर्मियों के स्थायीकरण का आश्वासन दिया था। लेेकिन वर्तमान सरकार इस दिशा में ध्यान नहीं दे रही. एक ओर राज्य सरकार कोरोना काल में बेरोजगारों को रोजगार और बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा कर रही है। वहीं दूसरी ओर सहायक पुलिसकर्मियों की संविदा आधारित नौकरी को खत्म कर उन्हें बेरोजगार बना रही है। इससे स्पष्ट है कि राज्य सरकार की कथनी और करनी में अंतर है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को सहायक पुलिसकर्मियों के भविष्य को देखते हुए पूर्ववर्ती सरकार के दिशा निर्देशों का अनुपालन करना चाहिए। उन्होंने सहायक पुलिसकर्मियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि मांग की जाएगी कि वरीयता के आधार पर सहायक पुलिसकर्मियो का स्थायीकरण कैसे किया जाए, इस मसले पर पुनर्विचार करें। मेयर ने कहा कि रघुवर सरकार ने संविदा पर सहायक पुलिसकर्मियों की नियुक्ति कर युवाओ के भविष्य की परिकल्पना की थी। वरीयता के आधार पर सहायक पुलिसकर्मियों के स्थायीकरण की नीति तैयार करने की दिशा में पहल की गई थी। परंतु वर्तमान सरकार राज्य के युवाओं को बेरोजगार करने पर तुली हुई है। मेयर ने बताया कि शनिवार की रात दो मोबाइल टॉयलेट और एक टैंकर पानी की व्यवस्था करा दी गई थी। महिला सहायक पुलिस कर्मियों के लिए अतिरिक्त मोबाइल टॉयलेट की सुविधा उपलब्ध करा दी जाएगी। साथ ही सहायक पुलिस कर्मियों के स्नान आदि के लिए चिल्ड्रन पार्क का शौचालय खोल दिया जाएगा, ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो।