भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीण,सुध लेने वाला भी कोई नही
रिपोर्ट : ऋषव पाठक
पतरातू : विस्थापित मोर्चा के बैनर तले, 25 प्रभावित गांव के ग्रामीणों अपनी मांगों को लेकर अलग अलग स्थानों में अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। भूख हड़ताल पर बैठे इन ग्रामीणों की सूध लेने भी कोई नहीं पहुंचा। प्रबंधन और प्रशासन के इस लापरवाही से ग्रामीण भी आक्रोशित हैं। ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन की ओर से अनदेखी की जा रही है। ऐसे में हड़ताल पर बैठे ग्रामीणों को कभी भी कुछ भी हो सकता है जिसकी जिम्मेवारी सिर्फ सिर्फ सरकार की होगी। स्थानीय लोगों ने बताया कि पतरातू प्रखंड के किन्नी और आरासहा गांव में भूख हड़ताल पर बैठे लोगों स्वास्थ में भी लगातार गिरावट आ रहा है। फिर भी कोई यह जानने भी नहीं पहुँचा की ग्रामीण भूख हड़ताल पर क्यों बैठे है। प्रबंधन अभी तक गहरी निद्रा में सोई हुई नजर आ रही है। इस विषय पर लबगा पंचायत के मुखिया शिव प्रसाद मुंडा ने घोर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि किसी भी अनहोनी के होने से पहले प्रबंधन लोगो के प्रति सोचें एवं किसी सकारात्मक नतीजे पर पहुँचे। ग्रामीण जो भूख हड़ताल पर बैठे हैं वे शौक से नहीं मजबूरी में बैठे हैं, ऐसे में सरकार की भी जिम्मेवारी बनती है कि कोई अप्रिय घटना न हो जाए उससे पहले मध्यस्थता करते हुए इसका निवारण करें। ताकि पी वी यू एन एल प्रबंधन भी शांतिपूर्ण और सौहाद्र के साथ अपने काम को और गति प्रदान कर सकेंगें।