2019 में फरार, 2020 में गिरफ्तार,
Ranchi : एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए रांची के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के सेक्टर- 2 से राजकुमार श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस उसके पास से 45 लाख रुपया बरामद किया साथ ही राजकुमार श्रीवास्तव के निशानदेही पर रांची पुलिस की टीम ने बिहार के मधेपुरा जिला में घैलाढ़ से एक अन्य आरोपी प्रभास कुमार को गिरफ्तार कर लिया है, पुलिस ने प्रभास के पास से 47.96 लाख रुपया बरामद किया है,राजधानी रांची के 20 एटीएम में डाली जानेवाली 4.07 करोड़ की राशि लेकर फरार हुए गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है,गौरतलब है कि इस मामले में बीते 31 दिसंबर 2019 को रांची पुलिस ने रांची की 20 एटीएम में डाली जाने वाली 4.07 करोड़ की राशि लेकर फरार हुए चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
चार करोड़ से अधिक राशि लेकर हुवा था फरार :
रांची के एसबीआई और यूबीआई की 20 अलग-अलग एटीएम में एसआईएस कर्मियों को 4.07 करोड़ रुपये डालने थे, लेकिन पूर्व प्लानिंग के साथ इन कर्मियों ने वर्ष 2019 के, नौ से 15 दिसंबर के बीच चार करोड़ से अधिक राशि का गबन कर लिया था,इसके बाद आरोपी कर्मी फरार हो गए थे, नौ दिनों के भीतर 4,07,53,000 रुपये का फर्जीवाड़ा कर गबन किया गया था, बीते 15 दिसंबर 2019 को जब कस्टोडियन गणेश ठाकुर और शिवम कुमार का नंबर बंद मिला, तब एसआईएस कैश सर्विसेज के कर्मियों को शक हुआ,इसके बाद विभिन्न एटीएम में डाली जानेवाले कैश का ऑडिट एसआईएस के अधिकारियों ने किया, तब पता चला कि बैंक की ओर से दिए गए रुपये की पूरी रकम को एटीएम में नहीं डाला गया है, इसके बाद कंपनी के ब्रांच इंचार्ज कंचन ओझा ने सदर थाने में एफआइआर दर्ज कराई थी।
कैश ट्रे का लॉक खोल कर किया था फर्जीवाड़ा :फरार होने वाले कर्मी शातिर ढंग से रुपये उड़ा रहे थे,वे एटीएम में तय रकम फीड कर कोडिंग पासवर्ड के जरिए उसका कैश ट्रे का लॉक खोलते थे,कैश ट्रे में फीड की गई रकम की जगह उससे कम डालकर वापस लॉक कर देते थे,इससे फीड किए गए रकम की जानकारी एटीएम की सेंट्रलाइज्ड सॉफ्टवेयर सिस्टम की वजह से बैंक को पूरी कैश डालने का मैसेज मिलता है,इसी में गबन का खेल करते हुए एसआइएस के दोनों कस्टोडियन (कर्मियों) ने रुपये उड़ा लिया।