अवैध कोयला लदा ट्रैक्टर जप्त, वन विभाग ने की कार्रवाई

Frontline News Desk
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अवैध कोयला लदा ट्रैक्टर जप्त, वन विभाग ने की कार्रवाई

 

 

 

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बुढ़मू : वन विभाग ने कोयला माफियाओं पर कार्रवाई करते हुए बुढ़मू थाना क्षेत्र के कोयजम जंगल क्षेत्र से अवैध कोयला लदा ट्रैक्टर को शुक्रवार अहले सुबह जप्त कर लिया है इस दौरान अवैध कोयला वाहन चालक, वनगार्ड को देखते ही जंगल की ओर भाग निकला,वह्नि अवैध कोयला लदा वाहन व वाहन मालिक के ऊपर वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कार्रवाई की जा रही है।

आसपास के ईंट भट्ठों में गिराया जाता है कोयला : अवैध कोयला पिपरवार,छापर,खलारी आदि क्षेत्रों से चोरी कर ट्रैक्टर, टर्बो सहित दुपहिया वाहनों से लाया जाता है जिसको आसपास के ईंट भट्ठों में खपाया जाता है।ईंट भट्ठों में एक नम्बर कोयला का खपत कम होता है चोरी का कोयला का उपयोग ज्यादा किया जाता है।

अवैध कोयला का कारोबार वर्षो से फल फूल रहा है बुढ़मू थाना क्षेत्र में : अवैध कोयला का कारोबार बुढ़मू थाना क्षेत्र में वर्षी से फल फूल रहा है,कोयला माफियाओं द्वारा लगातार कोयजम के जंगली रास्ते का प्रयोग कर कोयले कि तस्करी करते हैं जिसपर शायद ही अंकुश लग पाता है।दुपहिया वाहनों की लंबी कतार लगती है तो चारपहिया वाहनों पर कोयला के ऊपर दिखावे के लिए ऊपर से बालू या ईंट का टुकड़ा लाद कर तस्करी करते है जिससे प्रशासन व आसपास के लोगो की आँखों मे धूल झोंका जा सकें।और इसी तरह हर बार तस्करी को अंजाम दिया जाता रहा है।

पुलिसिया कार्रवाई : समय समय पर अवैध कोयला तस्करी व माफियाओं पर पुलिसिया कार्रवाई की जाती है हालांकि इस दौरान वाहन छोड़ किसी की न तो गिरफ्तारी ही होती है और न ही तस्करी ही रुकती है।जिसका फायदा तस्करों को होता है और फिर से नए वाहन के साथ धड़ल्ले से रात के अंधेरे में अवैध कोयला या कहा जाय कि काला हीरा का कारोबार शुरू हो जाता है।

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दर्जनों तस्कर है सक्रिय : कोयला तस्करी का मामला हो या बालू तस्करी का,क्षेत्र में दर्जनों तस्कर सक्रिय है।और तस्करी का सबसे अच्छा जगह कहें या स्थान वह है छापर,जहाँ बालू व कोयले का अपार भंडारण है और उक्त स्थान पर माफियाओं का राज कायम है।अगर छापेमारी की जाय तो जंगली क्षेत्रों में अवैध कोयला व अवैध बालू का भंडारण मिलेगा,जो तस्करी के लिए छुपा कर रखा जाता है।

सरकार को राजस्व का नुकसान : अवैध कोयला व अवैध बालू की तस्करी से माफिया तो मालामाल हो रहें है परन्तु झारखंड सरकार को रोजाना लाखों रुपये की राजस्व का नुकसान हो रहा है।

जंगली इलाकों को सक्रिय है पत्थर माफिया : इन दिनों मक्का, सारले,कोयजम आदि जंगलो में पत्थर माफिया सक्रिय है जहाँ जंगलो के पहाड़ों को काटकर पत्थरों का अवैध उत्तखनन कर तस्करी की जा रही है।

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क्षेत्र में अवैध जहरीली शराब का निर्माण भी जारी : अवैध देशी जहरीली शराब का निर्माण भी बुढ़मू थाना व खलारी थाना क्षेत्र के बॉर्डर स्थित पाहि के जंगलों में जारी है जहाँ पर बड़ी मात्रा में अवैध जहरीली शराब का निर्माण कर आसपास के क्षेत्रों में खपाया जाता है खासकर उमेडण्डा बाजार,बुढ़मू बाजार,मुरुपिरी बाजार में इसकी बिक्री की जाती है जहाँ किसान व मजदूर वर्ग के लोग इसका सेवन करते है।चुकीं इसकी कीमत कम होने की वजह से ग्रामीण इलाकों में यह शराब को माफियाओं द्वारा बेचना आसान हो जाता है।अवैध जहरीली शराब तो बिक जाती है पर इसका नुकसान इतना होता है कि मजदूरों को समय से पहले यह काल के गाल में धकेल देता है और इनकी मृत्यु तक हो जाती है।हालांकि इस अवैध जहरीली शराब को लेकर बुढ़मू पुलिस द्वारा लगातार छापेमारी की जाती है।कई बार इनके अवैध भठियां को तोड़ा भी गया है परंतु ढाक के तीन पात वाली कहावत यहाँ चरितार्थ होती है।पुलिसिया कार्रवाई के बाद पुनः दूसरे दिन दूसरे स्थान पर दुबारा से अवैध जहरीली शराब निर्माण शुरू हो जाता है और यह सिलसिला लगातार चलते रहता है।जिसपर अंकुश लगाना शायद ही प्रशासन से संभव है।बहरहाल बुढ़मू थाना क्षेत्र अवैध कोयला,अवैध बालू,अवैध शराब निर्माण, अवैध पत्थर कारोबार के लिए प्रचलित है।

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