सरकार को सद्बुद्धि आये इसके लिए कल करेंगे हवन : घंटी आधारित अनुबंध सहायक प्राध्यापक
Ranchi : राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में कार्यरत घंटी आधारित अनुबंध सहायक प्राध्यापक अपनी माँग हेतु आज चौथे दिन भी राजभवन के सामने अनिश्चितकालीन सत्याग्रह आंदोलन पर बैठे रहे। झारखंड सहायक प्राध्यापक अनुबंध संघ के डॉ०सिमोन सोरेन ने कहा कि सरकार की सद्बुद्धि के लिए कल 12.30 बजे सत्याग्रह स्थल पर हवन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।अगर सरकार को सद्बुद्धि नहीं आयी तो अब इस सरकार के सभी मंत्रियों के आवास पर बैठ कर एकदिवसीय सत्याग्रह आंदोलन किया जाएगा। विदित हो कि वर्तमान सरकार ने पिछले वर्ष प्रतिपक्ष में रहते हुए इन शिक्षकों से वादा किया था कि हमारी सरकार बनने पर आपसबों की माँग पूरी की जायेगी। परंतु आज सरकार न अपने वादों से विमुख हो चुकी है,बल्कि तीन वर्षों तक सेवा लेने के बाद 31 मार्च के बाद हमारी सेवा को ही समाप्त कर रही है। अतःये शिक्षक सरकार के तमाम मंत्रियों को अपने वादे का पालन करने का आग्रह करने हेतु एकदिवसीय सत्याग्रह आंदोलन मंत्री महोदय के आवास पर ही करेंगे। डॉ०निशा रानी धनवार ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग के संकल्प संख्या-04/वि०-1-135/ 2016-01,दिनांक 01.01.2021 के कंडिका संख्या- 3 (ख) में कर्णांकित घंटी आधारित अनुबंध शिक्षकों के पुनर्चयन हेतु नये पैनल के गठन का निर्देश देकर इन शिक्षकों को हटाकर नये शिक्षकों की नियुक्ति का आदेश देकर सरकार ने इनकी आजीविका का स्रोत ही बंद कर दिया है। बिनोद बिहारी कोयलांचल विश्वविद्यालय के अनुबंध सहायक प्राध्यापक डॉ०राजन राम ने कहा कि मुख्यमंत्री महोदय नये संकल्प को अविलंब संशोधित करते हुए पूर्व के पैनल (02.03.2017)पर कार्यरत घंटी आधारित अनुबंध सहायक प्राध्यापकों को निश्चित मासिक मानदेय के साथ 65 वर्षों की आयु तक सेवा विस्तार करवायें।
राँची विश्वविद्यालय के अनुबंध सहायक प्राध्यापक डॉ०अजय नाथ शाहदेव ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग, झारखंड सरकार ने वर्तमान में कार्यरत घंटी आधारित अनुबंध सहायक प्राध्यापकों का अल्प अवधि 31 मार्च,2021तक के लिए सेवा विस्तार कर हम शिक्षकों को नैसर्गिक न्याय से वंचित रखा है। झारखंड सहायक प्राध्यापक अनुबंध संघ के प्रदेश संरक्षक डॉ०एस०के०झा ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री महोदय इस दिशा में पहल कर इन अनुबंधकर्मी शिक्षकों की सत्यता से अवगत होकर सकारात्मक पहल करें, क्योंकि ये शिक्षक विधिवत रूप से चयनित,रोस्टर प्रणाली का पालन करते हुए स्वीकृत रिक्त पदों पर तैयार मेधा सूची से अनुशंसित व विगत तीन वर्षों से विभिन्न अंगीभूत महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर विभागों में कार्यरत है।इस आशय की जानकारी महामहिम राज्यपाल सह कुलाधिपति महोदया, माननीय मुख्यमंत्री महोदय, उच्च शिक्षा सचिव व उच्च शिक्षा निदेशक महोदय के भी संज्ञान में दिया गया है।इसके बाद 28 जनवरी से अनुबंध सहायक प्राध्यापक अनिश्चितकालीन सत्याग्रह आंदोलन पर आज चार दिन से बैठे हैं।
राजभवन राँची मे सत्याग्रह आंदोलन पर बैठे विभिन्न विश्वविद्यालयों के घंटी आधारित संविदा सहायक प्राध्यापकों मे डॉ०संदीप कुमार मिश्रा, डॉ०चिरंतन महतो, डॉ०मंटू कुमार, डॉ०राजनराम, डॉ०दीपक कुमार,डॉ०सुमंत कुमार,डॉ०अवन्तिका, डॉ०साधना कुमारी,डॉअटल कंडुलना, डॉ ० पुनम कुमारी, डॉ०निशारानी धनवार, डॉ ०विष्णुशंकर उपाध्याय,डॉ० कौशिक हलधर , सचिन्नानाद मैथी , डॉ० दीपक कुमार ,डॉ० जितेश पासवान , डॉ०राजन कुमार , जहांगीर आलम , वरुण तिवारी , देवेंद्र साहू , डॉ श्रवण कुमार तिवारी ,अरविंद पासवान , डॉ अन्नपूर्णा झा ,डॉ०समीर सेठ, डॉ ०मीरा, डॉ ०अंजना आदि उपस्थित रहे ।