पार्कों में लगा ओपन जिम, लेकिन गेट में लटका है ताला
- सिटी के आठ पार्क में लगा है ओपेन जिम
- 15 तरह के लगाए गए है इंस्ट्रूमेंट्स
- पार्क बन्द होने से लोग नहीं उठा रहे फायदा
- मेन्टेन्स के अभाव में पहले के इंस्ट्रुमेंट हो गए बर्बाद
Ranchi : राजधानी के पार्क में ओपन जिम के इंस्ट्रूमेंट्स लगाए गए है. सिटी के आठ अलग-अलग पार्क में ओपन जिम के टूल्स को एंस्टाल कर दिया गया है. हालांकि पार्क बंद होने के कारण लोग इसका फायदा नहीं उठा पा रहे है. कोरोना संक्रमण की वजह से अप्रैल महीने से ही राजधानी के सभी पार्क बंद पडे है. बंद होने के कारण पार्क के कंडीशन भी खराब हो गए है. ऐसे में ओपन जिम के इुंस्टु्रमेंट भी यूज नहीं होने की स्थिति में खराब होने लगे है. मोरहाबादी स्थिति चिल्ड्रेन पार्क में पहले से ही ओपन जिम के इंस्टू्रमेंट लगाए गए है, लेकिन यह अब बिल्कुल बर्बाद हो चु़का है. चिल्ड्रेन पार्क में भी नए टूल्स एंस्टाल किए गए है. पार्क के बिल्कुल अंदर के हिस्से में टूल्स लगया गया है. पार्क के कर्मचारी ने बताया कि टूल्स लगाए हुए दो महीने बीत चुके है. पार्क बंद होने के कारण टूल्स का उपयोग नहीं हो रहा है.
74 लाख रुपए हुए है इन्वेस्ट
सिटी के आठ पार्क में 74 लाख रुपए की लागत से ओपन जिम के मशीन लगा दिए गए है. एक पार्क में 15 इंस्टू्रमेंट लगाया गया है. जिसकी लागत लगभग 25 हजार रुपए है. पार्क खुलने के बाद लोगों को नए अनुभव का एहसास होगा. लोग खुद को फिट रखने के लिए यहां लगे इंस्ट्रुमेंट की मदद से एक्सरसाइज कर सकेंगे. जिसके लिए लोगों को को किसी तरह का अतिरिक्त चार्ज भी नहीं देना होगा. पार्क में एंट्री शुल्क की राशि पर ही ओपन जिम की सुविधा ले सकेंगे. चिल्डे्रन पार्क, क्लासिक पार्क, हरमू निगम पार्क, कृष्णा पार्क, एचईसी पार्क, बेल बागान पार्क, एम टाइप कॉलोनी पार्क एवं हरमू निगम पार्क में ओपन जिम के साधन उपलब्ध कराया गया है. सभी पार्क फिलहाल बंद है.
15 या 16 जनवरी को खूलने
की उम्मीद
नौ महीने से सिटी के सभी पार्क बंद पडे है. धीरे-धीरे सभी सेक्टरों को खोला जा रहा है. ऐसे में राजधानी के पार्क को भी खोलने की प्रक्रिया चल रही है. 15 जनवरी के बाद इस पर निर्णय ले लिया जाएगा. संभावना जताई जा रही है कि 15 या 16 जनवरी से सभी पार्क को खोलने की अनुमति दे दी जाएगी. जिसे देखते हुए पार्क को ऑपरेट करने वाले संचालक इसकी साफ-सफाई में जूट गए है. क्लासिक पार्क में सफाई करा रहे पार्क संचालक ने बताया कि पार्क को खोलने को लेकर सूचना दी गई है. लेकिन अभी कन्फर्म नहीं कहा जा सकता है. फिर भी हमलोग उम्मीद लगाए गए हुए है कि खरमास के बाद पार्क खोलने की अनुमति मिल जाएगी.
पार्क के साथ-साथ कर्मचारी की हालत भी खराब
नौ महीने से पार्क बंद होने से जहां एक और राजधानी के कई पार्क बर्बाद हो रहे है तो वहीं यहां काम करने वाले कर्मचारियों की स्थिति भी खराब हो चुकी है. चिल्ड्रेन पार्क में काम करने वाले अजय ने बताया कि लॉकडाउन के समय से ही पेमेंट नहीं मिला है. जब भी सैलेरी मांगा गया फंड नहीं होने की बात कही गई. अजय ने बताया कि हल्का फुल्का पैसा दिया जाता है जिससे रोजी-रोटी चल रहा है. जल्द से जल्द पार्क को खोलने की अनुमति दी जाए ताकि हमलोग का जीवन भी ठीक से चल रहे है. नगर निगम के अधीन आने वाले सभी पार्क की हालत खराब है. जबकि फोरेस्ट डिपार्टमेंट के अंतर्गत आने वाले पार्क में मेंटेनेंस का काम चलता रहता है. जिससे इसी खूबसूरती बनी हुई है. हालांकि फोरेस्ट डिपार्टमेंट के पार्क में भी कर्मचारियों की संख्या को घटा दिया गया है.