रिपोर्ट : देवनारायण गंझू
एनके एरिया सीसीएल कामगारों के क्वार्टर की जर्जर हालत,मजदूरों में दिख रहा है काफी आक्रोश
खलारी : सीसीएल एनके एरिया में सीसीएल कामगारों के क्वार्टर की हालत काफी जर्जर हो गई है।यही नहीं जर्जर हालत में यह क्वार्टर दुर्घटना का कारण बन सकते हैं।प्रबंधन तथा यूनियन को कई बार अवगत कराने के बावजूद आज तक इसकी मरम्मत नही करायी गयी।जिससे मजदूरों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। दिन रात मेहनत कर कोयला उत्पादन के बदौलत अपने क्षेत्र और कंपनी को करोड़ों का मुनाफा कमा कर देने वाले यह मजदूरों जर्जर आवास, छत से टपकते पानी, बजबजाती नालियां के बीच नारकीय जीवन गुजार रहे हैं. मजदूरों ने अपनी समस्या को कई बार अपने-अपने यूनियन के माध्यम से प्रबंधन के पास रखवाया, लेकिन उनकी समस्या जस की तस बनी हुई है. क्षेत्र में हुए कायाकल्प योजना के तहत क्वार्टर में जो काम हुए वह संतोषजनक नहीं है. जिसका दुष्परिणाम है कि बरसात के मौसम में छतों से पानी रिस रहा है. दीवार और छतों के प्लास्टर टूट चुके हैं। मानो यह मजदूरों का आवास नहीं जानवरों का तबेला बन गया है।अब सवाल उठता है कि आखिर कार इन मजदूरों की समस्या सुनी क्यों नहीं जाता। समस्या से परेशान मजदूरों ने अपने-अपने जर्जर आवासों की तस्वीर और वीडियो भी पोस्ट कर रहे हैं।ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे समस्या से ग्रसित मजदूर सोशल मीडिया पर ही आंदोलन छेड़ चुके हैं. जिसका परिणाम भी बेहतर होने की संभावना दिख रही है, क्योंकि सोशल मीडिया ग्रुप में यूनियन के प्रतिनिधि भी जुड़े हुए हैं और उनके साथ प्रबंधन लोग भी जुड़े हुए हैं। शायद इस तरह का आंदोलन कोयला क्षेत्र में पहली बार शुरू किया गया है.