नगरीय प्रशासन निदेशालय की निदेशक विजया जाधव व JSLPS की सीईओ  नैन्सी सहाय ने MOU का हस्तांतरण किया

Frontline News Desk
6 Min Read

Ranchi :  नगरीय प्रशासन निदेशालय, नगर विकास एवं आवास विभाग के तत्वाधान में दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM) के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों, कार्यरत CMMs/COs/CRPs के क्षमता वर्धन हेतु नगरीय प्रशासन निदेशालय (DMA), नगर विकास एवं आवास विभाग तथा झारखंड राज्य आजीविका संवर्धन सोसाइटी (JSLPS), ग्रामीण विकास विभाग के मध्य एकरारनामा किया गया। इसके साथ ही नगर मिशन प्रबंधकों के 6 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव विनय कुमार चौबे, ग्रामीण विकास सचिव  मनीष रंजन, JSLPS के सीईओ  नैन्सी सहाय व डीएमए की निदेशक विजया जाधव द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।

 

 

जिसके उपरांत कार्यक्रम का संबोधन नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव  विनय कुमार चौबे, ग्रामीण विकास सचिव  मनीष रंजन, JSLPS के सीईओ  नैन्सी सहाय व डीएमए की निदेशक विजया जाधव द्वारा किया गया। इसके उपरांत झारखंड में DAY-NULM योजना के तहत चल रहे कार्यक्रमों पर बनाई गई एक लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया।
नगरीय प्रशासन निदेशालय की निदेशक विजया जाधव ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्देश्यों, लाभों एवं वर्तमान समस्याओं से सम्बंधित विभिन्न बिन्दुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने DAY-NULM के विभिन्न अवयवयों (Components) के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने कहा कि नगरीय प्रशासन निदेशालय (नगर विकास एवं आवास विभाग) एवं झारखण्ड राज्य आजीविका संबर्धन सोसायटी (JSLPS), ग्रामीण विकास विभाग के मध्य हुए एकरारनामा एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम से झारखण्ड की ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र में SHGs का गठन, संवर्धन, सशक्तिकरण, रोजगार सृजन तथा उनके विकास को गति देने मददगार साबित होगी व इससे राज्य की महिलाएं और ज्यादा सशक्त होंगी। उन्होंने यह भी बताया की सामाजिक उत्प्रेरण एवं सामाजिक विकास के लिए SM&ID घटक DAY-NULM का प्रमुख अवयव है। DAY-NULM योजना के तहत झारखण्ड में कार्यरत 50 (ULBs) शहरी नगर निकायों में वर्तमान में 12,355 स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जा चुका है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। उदाहरण के लिए जहाँ ग्रामीण क्षेत्रों में उत्पादन इकाई मजबूत होता हैं वहीँ उनका विपणन कौशल (Marketing Skill) कमजोर होता है। हम इस एकरारनामे व प्रशिक्षण कार्यक्रम में महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए कार्य के तरीकों पर बारे में चर्चा करेंगे । JSLPS कई वर्षों से इस क्षेत्र में काम कर रहा है, जिसके अनुभव का लाभ योजना के क्रियान्वयन एवं उससे जुड़े नागरिकों को फायदा पहुंचेगा।

- Advertisement -

 

नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव  विनय कुमार चौबे ने अपने संबोधन में कहा कि आज नगरीय प्रशासन निदेशालय (DMA), नगर विकास एवं आवास विभाग तथा झारखंड राज्य आजीविका संवर्धन सोसाइटी (JSLPS), ग्रामीण विकास विभाग के मध्य किया गया एकरारनामा (MoU) तथा स्वयं सहायता समूहों, कार्यरत CMMs/COs/CRPs के लिए शुरू से रहा छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम एक ऐतिहासिक कदम है I शहर व ग्रामीण दोनों क्षेत्र में रहनेवाली महिलाओं का उत्थान करना सरकार की जिम्मेवारी है। झारखण्ड में 50 से 55 लाख गरीब परिवार है। इनमें से स्वयं सहायता समूह 50% परिवारों को कवर कर रहे है। ग्रामीण क्षेत्रों में CRP दीदी हर जगह गरीब महिलाओं की सहायता के लिए मौजूद हैं, किन्तु शहरी क्षेत्रों में Slums में हर जगर CRP दीदी की मौजूदगी व पहुँच अभी तक संभव नहीं हो पाई है। गांवों में SHGs का Feedback मजबूत स्थिति में हैं वे विभिन्न सामानों का उत्पादन भी कर रही है, मगर उनमें Marketing Skill नहीं है। ऐसे में दोनों के बीच सामंजस्य हो जाने से एक तरफ जहाँ JSLPS से CMMs को Technical Support मिलेगा वहीं JSLPS को DMA से भी सहयोग मिलेगा। JSLPS के पास एक बड़ा Workforce है। हमने देखा है कि JSLPS कोरोना काल में एक बड़ी आबादी के लिए सराहनीय कार्यों के अलावे विभिन्न क्षेत्रों में सफलतापूर्वक अन्य कार्यों को पूरा किया है। इस कार्यशाला में मौजूद नगर मिशन प्रबंधकों को संबोधित करते हुए विभागीय सचिव ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान विशेषज्ञों द्वारा दिए जा रहे प्रशिक्षण का शत प्रतिशत लाभ उठाएँ और इनका उपयोग शहरी गरीबी उन्मूलन हेतु करें I

MOU का हस्तांतरण

नगरीय प्रशासन निदेशालय की निदेशक विजया जाधव व JSLPS की सीईओ  नैन्सी सहाय ने MOU का हस्तांतरण किया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम

- Advertisement -

प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य भर के नगर निकायों से 30 नगर मिशन प्रबंधकों का प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ। यह प्रशिक्षण 03 से 08 अगस्त तक आहूत की गयी है। नगर विकास एवं आवास विभाग के अधीन कार्यरत CMMs/CRPs/COs तथा शहरी क्षेत्र के लगभग 12,000 SHGs का प्रशिक्षण कार्यक्रम भविष्य में आयोजित किए जाऐंगे। भविष्य में प्रशिक्षण के उपरांत महिला स्वयं सहायता समूहों को क्षमता वर्धन के उपरांत स्वरोजगार एवं व्यवसाय हेतु प्रेरित किया जाएगा।

Share This Article