रिपोर्ट : देवनारायण गंझू
सीटू ने केडीएच एव डकरा में गेट मीटिंग कर विरोध प्रदर्शन
ख़लारी।सीटू ने केडीएच एव डकरा वर्कशॉप में गेट मीटिंग किया गया और सी बी ए एक्ट 1957 को बदलकर नया कोल बियरिंग एरियाज एक्युजिशन एंड डेवलपमेंट वील 2021(कोयला धारक क्षेत्र(अर्जन एवं विकास) बील 2021 को लाने की तैयारी में है।यह बील कोल माइंस स्पेशल प्रोविजन एक्ट 2015 को पूरा करने के लिए लाया जा रहा है।पहले जो सी बी ए एक्ट 1957 था उसके अनुसार कोई भी राज्य सरकार अपने रैयत से जमीन अधिग्रहण कर सिर्फ सरकारी कोयला कम्पनियों को ही दे सकती थी ,लेकिन यह बील आ जाने के बाद राज्य सरकारें निजी कम्पनियों के लिए भी जमीन अधिग्रहण कर सकेगी ,जिससे निजी क्षेत्रों को कोयला खदान आवंटन एवं जमीन संबंधी कोई दिक्कत नहीं होगी।और निजी क्षेत्र निर्बाध रूप से कोयला खनन एवं विक्रय का कार्य कर सकेगे,अगर निजी क्षेत्र कोयला खनन एवं विक्रय का कार्य शुरू कर देगे तो कोल इंडिया का एकाधिकार समाप्त हो जाएगा एवं कोल इंडिया का समापन का रास्ता साफ हो जाएगा।कोल इंडिया पर आने वाले खतरे को देखते हुए सीटू यूनियन पूरे देश मे उक्त बील का विरोध कर रही है सीटू का मानना है कि उक्त बील आ जाने से एक तरफ कोल इंडिया तो बरबाद होगा ही, भू रैयतों को न तो जमीन के बदले नौकरी मिल पाएगी,और न ही उचित जमीन का मुआवजा मिल पाएगा। आने वाले इसी खतरा को देखते हुए आज डकरा वर्कशॉप एवं के डी एच वर्कशॉप में गेट मीटिंग कर उक्त बील का विरोध किया गया।इस कार्यक्रम में शैलेश कुमार,शैलेन्द्र कुमार सिंह,जी के साहू,राम प्रवेश राम,उदय कुमार सिंह,सुभाष चंद्र प्रजापति,ललन यादव,राम प्रकाश भगत,प्रदीप कुमार,संजय कुमार,पवन सिंह,दिनेश गंझू ,सोरेन ,उदय विश्वकर्मा, ललकु यादव,नरेश तुरी, कुलेश्वर तुरी,कुलेश्वर महतो, मेहजाद अंसारी,काशी मोहंती,धोबा बेहरा,उदित तिर्की,महावीर गझु,सोमरा गंझू ,जीतेश महतो,बंधन गंझू,फिरोज अंसारी एवं चंकु सहित अन्य मजदूर उपस्थित थे।