मुड़मा जतरा में दिखी आदिवासी परंपरा! झूमते – गाते सरना स्थल पहुंचे लोग

Frontline News Desk
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मांडर। छोटानगापुर का प्रसिद्ध ऐतिहासिक मुड़मा जतरा शुक्रवार को संपन्न हो गया।जतरा का आयोजन राजी पाड़हा सरना प्रार्थना सभा भारत के द्वारा किया गया था।शुक्रवार को आदिवासी समाज की परंपरा और संस्कृति उस समय जीवंत हो उठी जब जाहेर,बरगडी, उचरी, नागडा,कंजिया, कोको,रानीखटांगा,जयपुर , बुढ़ाखुखरा, सुकूरहुट्टू सहित विभिन्न गांव के खोड़हा प्रतीक चिन्हों के साथ नाचते गाते जतरा स्थल पहुंची। मौके पर उपस्थित मुख्य अतिथि डा रामेश्वर उरांव ने कहा की जतरा आदिवासियों की सामाजिक धरोहर है,इसको संजो कर रख रखना हमसबो का कर्तव्य है। मूडमा शक्ति स्थल से हमारी आस्था जुड़ी है, यही कारण है की देश विदेश से लोग इसका दर्शन करने आते है।इस एतिहासिक जतरा की भव्यता बनाए रखने के लिए संचालन समिति को बधाई और धन्यवाद।वही बंधु तिर्की ने कहा की कोरिनाकाल में जतरा नही लगने से करोड़ो का नुकसान तो हुआ है,लेकिन आस्था में कोई कमी नही आई है। वहां उमड़ी भीड़ दिखाता है कि आदिवासी समाज अपनी परंपरा और संस्कृति को लेकर काफी गंभीर है।
जतरा में उमड़ी अप्रत्याशित भीड़-मुड़मा जतरा की तैयारी लंबे समय से चल रही थी। कोरोना गाइडलाइंस को लेकर जतरा संचालन समिति और स्थानीय प्रशासन द्वारा निर्णय लिया गया था कि इस साल जतरा का आयोजन नही किया जायेगा।लेकिन जतरा संचालन समिति और स्थानीय प्रशासन की तैयारी की पोल शुक्रवार को उस समय खुल गई जब जतरा में अप्रत्याशित भीड़ उमड़ पड़ी। एनएच 75 में मुड़मा बगीचा से लेकर मुख्य चौक तक लंबा जाम लग गया। सड़क के दोनो और दुकान लगाने,मुख्य सड़क के किनारे ही पार्किंग करने तथा अप्रयाशित भीड़ के पहुंचने के कारण जाम लग गया।जाम हटाने के लिए पुलिस को खासा मशक्कत करना पड़ा। हर साल जतरा के दिन रूट डायवर्ट किया जाता था,प्रशासन को लगा कि इस साल भीड़ नही होगी,इसलिए दोनो ओर से वाहनों की आवाजाही जारी रखी गई थी।यह भी जाम का कारण रहा।

इन लोगो की रही भागीदारी-जतरा में कांग्रेस नेता सन्नी टोप्पो,शिव उरांव, बिहारी उरांव, जतरू उरांव, के अतिरिक्त ग्रामीण एसपी नौशाद आलम, खेलारी डीएसपी अनिमेष नैथानी,इंस्पेक्टर संजीव कुमार, थाना प्रभारी राणा जंग बहादुर सिंह,बादल दास,बीडीओ सुलेमान मुंडरी, सीओ विजय हेमराज खलखो,सुनील उरांव, आदि मौजूद रहे।

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