रामनवमी की तैयारी शुरू हो चुकी है. धूम-धड़ाके से आयोजन में रामभक्त जुट गये हैं. मंगलवारी जुलूस निकलने लगे हैं. पर इधर इस महापर्व को लेकर पिछले कई दिनों से राज्य में सड़क से सदन तक सियासी रार शुरू हो चुका है. विधानसभा के बजट सत्र में भाजपा रामनवमी के नाम पर हेमंत सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगा चुकी है. हजारीबाग में बड़ा अखाड़ा चौक के पास बजरंग दल सहित अन्य संगठनों के लोग जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस के खिलाफ आंदोलन पर उतर चुके हैं. प्रशासन पर मंगलवारी जुलूस निकालने वालों के खिलाफ जानबूझकर मुकदमा करने का आरोप लगा रहे हैं. उधर, सत्तापक्ष इससे इंकार कर रहा है और भाजपा पर ही सांप्रदायिकता का आरोप लगा रही है.
सदन में हजारीबाग में रामनवमी पर्व में निकलने वाले जुलूस के लेकर बवाल मचा हुआ है. इधर, जिला प्रशासन ने मंगला जुलूस को लेकर 14,21 और 28 मार्च को पाबंदियां लगायी है. जिसमें हजारीबाग सदर अनुमंडल क्षेत्र में धारा-144 लगा दिया है. जारी आदेश के अनुसार किसी प्रकार के घातक हथियार, आग्नेयास्त्र व लाठी आदि लेकर चलने पर प्रतिबंध लगाया गया है. सोशल मीडिया पर भड़काऊ मैसेज,ऑडियो बजाने पर प्रतिबंध होगा.