25 फरवरी 2020 को झारखंड बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष बनने वाले दीपक प्रकाश का तीन साल का कार्यकाल 25 फरवरी को पूरा हो रहा है. ऐसे में पार्टी के अंदर प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है. हाल ही में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जून 2024 तक बढ़ाए जाने के बाद इस बात की अटकलें तेज हैं कि दीपक प्रकाश के कार्यकाल को भी बढ़ा दिया जायेगा. इसके पीछे तर्क यह दिया जा रहा है कि दीपक प्रकाश जेपी नड्डा का करीबी माना जाना. इसी को आधार मानकर जानकार भी मानते हैं कि फिलहाल झारखंड बीजेपी में कोई बदलाव नहीं होगा.
भाजपा अध्यक्ष को लेकर पार्टी के अंदर चल रहे लॉबिंग से इनकार नहीं किया जा सकता. झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी भी कई मौकों पर प्रदेश अध्यक्ष बनने संबंधी मीडिया के सवाल पर केन्द्रीय नेतृत्व के द्वारा जिम्मेदारी मिलने पर उसे संभालने की स्वीकृति दे चुके हैं. बाबूलाल की इस स्वीकृति को प्रदेश अध्यक्ष बनने के दौर में शामिल होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. बाबूलाल मरांडी को जिम्मेदारी देने के पीछे पार्टी अंदरखाने में यह भी चर्चा है कि जेवीएम को भाजपा में विलय कर पार्टी की मुख्यधारा में आये बाबूलाल को नेता प्रतिपक्ष का मसला चूंकि अभी तक लटका हुआ है ऐसे में उन्हें सम्मान के रुप में यह जिम्मेदारी दी जानी चाहिए.
बाबूलाल के बाद पार्टी में एक और खेमा है जो दीपक प्रकाश के कार्यकाल के नफा नुकसान की समीक्षा और बाबूलाल से दूरी बनाते हुए किसी तीसरे चेहरे को पार्टी की कमान देने की मांग कर रहा है.